रावतपुरा कालोनी में पहली बार विराजे प्रथम पूज्य गजानन, दर्शन करने उमड़ रहे लोग, देखें मनमोहक छवि

कालोनी निवासी प्रेमप्रकाश गजेन्द्र ने बताया कि इस वर्ष भी कोविड की कोई नई गाइडलाइन ना आ जाये ऐसा सोच कर पहले तो गजराज विराजमान की योजना टाल दी गई थी, लेकिन गनेश जी को आना था तो आए।

  •  
  • Publish Date - September 7, 2022 / 02:08 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 06:32 AM IST

रायपुर। राजधानी स्थित रावतपुरा कालोनी वासियों ने विगत 2-3 वर्षों से गजराज विराजमान का सपना संजोए रखा था, परंतु कोविड महामारी के कारण यह सपना उनका अधुरा रह गया था। उनका यह सपना अब वर्ष 2022 की गणेश चतुर्थी के पावन अवसर पर साकार हुआ है। कालोनी निवासी प्रेमप्रकाश गजेन्द्र ने बताया कि इस वर्ष भी कोविड की कोई नई गाइडलाइन ना आ जाये ऐसा सोच कर पहले तो गजराज विराजमान की योजना टाल दी गई थी, लेकिन गनेश जी को आना था तो आए।

read more: ब्लू और व्हाइट कलर का टू पीस पहन रूहानियत फेम ने बिखेरे जलवे, चढ़ाया इंटरनेट का पारा

उन्होंने बताया कि अचानक से ही आनन – फानन बिना कोई कार्य योजना तैयार किये और बिना कोई मीटिंग किये भगवान गजराज जी को निमंत्रण देने के लिए नारायण सिंग ठाकुर, अभिषेक शुक्ला, प्रेमप्रकाश गजेन्द्र, विकास राय और मोनू दिवान के साथ चल पड़े। राघवेन्द्र ने बताया कि गणेश चतुर्थी की संध्या को भगवान गजानन के प्रथम आगमन पर कालोनी वासियों ने गाजे – बाजे के साथ उनका भव्य स्वागत किया।

read more: 12 डीएसपी हुए स्वाईन फ्लू के शिकार, एक हफ्ते तक राज्य पुलिस अकादमी की क्लासेस सस्पेंड

उसके बाद पं. अश्विनी कुमार दीवान ने भगवान गजराज जी विधि – विधान से पूजा – अर्चना कर स्थापना की एवं मोदक, मोतीचूर के लड्डू, श्रीफल, केला और सेब से भोग लगाया। वहीं चन्द्रभूषण नायक का कहना है कि कमल की पंखुड़ि में विराजमान भगवान गजराज की मनमोहक छटा देखने में अत्यंत सुंदर लग रही है। अभिषेक शुक्ला ने बताया कि प्रथम बार भगवान गजराज से बड़े – बुढ़े और बच्चों में खुशी की लहर छाई हुई है। इस मंगलमय मौके पर श्री जांगड़े, संतोष सेन, प्रमोद बाघमार, वर्मा जी, आशु ठाकुर, सतीष गोश्वामी ,भूषण सिन्हा, सोनी जी, चंद्राकर, विवेक सिंग, ठाकुर एवं कालोनी के बच्चे और महिलाएं बहुतायत की संख्या में उपस्थित रहे।