Jagannath Mandir Khajana: 46 साल बाद खुला पुरी के भगवान जगन्नाथ मंदिर के तहखाने का ताला, मिले हीरे जवाहरात और सोने से भरे 12 बक्से

Jagannath Temple Treasure: 46 साल बाद खुला पुरी के भगवान जगन्नाथ मंदिर के तहखाने का ताला, मिले हीरे जवाहरात और सोने से भरे 12 बक्से

Jagannath Mandir Khajana: 46 साल बाद खुला पुरी के भगवान जगन्नाथ मंदिर के तहखाने का ताला, मिले हीरे जवाहरात और सोने से भरे 12 बक्से

Jagannath Mandir Khajana

Modified Date: July 18, 2024 / 02:32 pm IST
Published Date: July 18, 2024 2:32 pm IST

पुरी: Jagannath Mandir Khajana विश्व प्रसिद्ध पुरी के भगवान जगन्नाथ मंदिर के तहखाने खजाना आज खोला गया। 46 साल बाद आज रत्न भंडार (तहखाना) को खोल दिया गया है। इस दौरान भक्तों के प्रवेश पर बैन लगा दिया गया है। सुबह 8 बजे से मंदिर में किसी भक्त को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। जानकारी के अनुसार ASI की टीम ने इस रत्न भंडार को आज सुबह ही खोला है। जहां से बेशकीमती हीरे, जवाहरात, गहने और पैसों से भरे 12 बक्सों और एक अलमारी को यहां से अस्थायी स्ट्रांग रूम में ट्रांसफर किया जा रहा गया।

Read More: Farmer Loan Waiver List Telangana: 70 लाख किसानों को कर्ज माफ करेगी सरकार, यहां के मुख्यमंत्री आज शाम 4 बजे के खाते में ट्रांसफर करेंगे पैसे

Jagannath Temple Treasure अब 46 साल बाद इस रत्न भंडार को खोलने की बड़ी वजह सामने आई है। दरअसल, ओडिशा में जगन्नाथ मंदिर का प्रशासन, राज्य सरकार के विधि विभाग के अधीन आता है। भगवान जगन्नाथ को भक्त किमती वस्तु दान करते हैं। जिसकी जानकारी प्रशासन के पास रहती है। साथ ही प्रशासन मीडिया से शेयर करते हुए कहा कि इन्हें रत्न भंडार के आंतरिक कक्ष में संग्रहित करते हैं। जिसके बाद इन्हें मंदिर परिसर के अंदर अस्थायी स्ट्रांग रूम में ट्रांसफर कर दिया जाता है। आज 46 साल बाद ये तहखाना क्यों खोला गया आइए जानते हैं।

 ⁠

Read More: CG Patwari Strike Latest Update : पटवारियों की मांगें मान गई सरकार! संघ ने हड़ताल खत्म करने का किया ऐलान, राजस्व मंत्री से हुई लंबी चर्चा

प्रक्रिया की वीडियोग्राफी

मंदिर प्रशासन का कहना है कि एएसआई को खजाने के भीतरी कक्ष से सभी वस्तुओं को हटाने के बाद ही संरक्षण कार्य करने की अनुमति है। रत्न भंडार की मरम्मत और जीर्णोद्धार पूरा होने के बाद ही सूची बनाना शुरू किया गया हॅै। उन्होंने कहा कि एएसआई विशेषज्ञों को इसकी संरचनात्मक स्थिरता का जायजा लेने के लिए कुछ समय दिया गया है। इसकी वीडियोग्राफी भी की गई है। मरम्मत और जीर्णोद्धार का कार्य पूरा होने के बाद ही खजाने की सूची बनाने का कार्य शुरू किया जाएगा।

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए हमारे फेसबुक फेज को भी फॉलो करें

IBC24 की अन्य बड़ी खबरों के लिए यहां क्लिक करें

Follow the IBC24 News channel on WhatsApp


लेखक के बारे में

IBC24 डिजिटल में कंटेंट राइटर के रूप में कार्यरत हूं, जहां मेरी जिम्मेदारी मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की राजनीति सहित प्रमुख विषयों की खबरों की कवरेज और प्रस्तुति है। वर्ष 2016 से डिजिटल पत्रकारिता में सक्रिय हूं और अब तक 8 वर्षों का अनुभव प्राप्त किया है। विभिन्न प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों में कार्य करते हुए न्यूज़ राइटिंग और डिजिटल टूल्स में दक्षता हासिल की है। मेरे लिए पत्रकारिता सिर्फ पेशा नहीं, बल्कि जिम्मेदारी है—सटीक, तेज और असरदार जानकारी पाठकों तक पहुंचाना मेरा लक्ष्य है। बदलते डिजिटल दौर में खुद को लगातार अपडेट कर, कंटेंट की गुणवत्ता बेहतर करने के लिए प्रतिबद्ध हूं।