करवा चौथ का ये दिन समर्पित है उस पवित्र रिश्ते को जिसकी कोई थाह नहीं है….बाहरी दुनिया से बेखबर पति-पत्नी की दुनिया अपने आप में पूरा संसार संजोए रहती है….इसमें गुस्सा भी होता है…प्यार भी होता है…रूठना,मनाना, चिढ़ाना,सताना,खुश करना,धमकाना,लड़ जाना और फिर एक हो जाना…और सबसे आश्चर्य की बात ये सब एक दिन में ही हो जाता है….और फिर अगले दिन फिर वही किस्सा दोहराने लगता है….
पति-पत्नी के संबंधों को प्यार और मजबूती प्रदान करता है करवा चौथ का त्योहार, करवा चौथ हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। यह भारत के पंजाब, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्यप्रदेश और राजस्थान में मनाया जाने वाला पर्व है। हालांकि ये त्योहार अब पूरे देश के साथ विदेशों में रहने वाले भारतीय भी बड़े उत्साह से मनाते हैं। करवा चौथ कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। यह पर्व सौभाग्यवती यानि सुहागिन स्त्रियां मनाती हैं। यह व्रत सुबह सूर्योदय से पहले करीब 4 बजे के बाद शुरू होकर रात में चंद्रमा की पूजा- अर्चना के बाद संपूर्ण होता है। सौभाग्यवती स्त्रियां अपने पति की आयु, स्वास्थ्य व सौभाग्य की कामना करती हैं, शादीशुदा स्त्रियां यह व्रत रखती हैं।
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ग्रामीण स्त्रियों से लेकर शहरी, आधुनिक महिलाएं करवाचौथ का व्रत बड़ी ही श्रद्धा और उत्साह के साथ रखती हैं। शास्त्रों के अनुसार यह व्रत कार्तिक मास के कृष्णपक्ष की चन्द्रोदय व्यापिनी चतुर्थी के दिन करना चाहिए। पति की दीर्घायु एवं अखण्ड सौभाग्य की प्राप्ति के लिए इस दिन भालचन्द्र गणेश जी की अर्चना की जाती है। करवाचौथ में भी संकष्टी गणेश चतुर्थी की तरह दिन भर उपवास रखकर रात में चन्द्रमा को अर्ध्य के उपरांत ही भोजन करने का विधान है।
मान्यताओं के अनुसार करवाचौथ का व्रत 12 वर्ष तक अथवा 16 वर्ष तक लगातार हर वर्ष किया जाता है। कुछ महिलाएं इस व्रत को आजीवन रखने का प्रण लेती हैं। इस व्रत के समान सौभाग्यदायक व्रत अन्य कोई दूसरा नहीं है। अतः सुहागिन स्त्रियां अपने सुहाग की रक्षा के लिए इस व्रत का सतत पालन करें। करवा चौथ के व्रत पर सरगी का सबसे अधिक महत्व है। इसके बिना तो व्रत की शुरुआत नहीं होती है। यह सरगी सास अपनी बहू को देती है। जो व्रत शुरू होने से पहले दी जाती है। इस सरगी में कुछ मिठाइयां और कपड़े और श्रृंगार का सामान होता है। इस सरगी को बहू करवा चौथ के दिन सूर्योदय होने से पहले सुबह लगभग चार बजे के आस-पास खाती है। इसके साथ ही यह व्रत शुरू हो जाता है।
करवाचौथ व्रत की पूजा विधि
सूर्योदय से पहले स्नान कर व्रत रखने का संकल्प लें। फल, मिठाई, सेवईं व पूड़ी की सरगी ले व्रत शुरू करें। भगवान शिव के परिवार की पूजा करें। भगवान गणेश जी को पीले फूलों की माला और लड्डू का भोग लगाएं। शिव पार्वती को बेलपत्र व शृंगार की वस्तुएं अर्पित करें। मिट्टी के करवे पर रोली से स्वास्तिक बनाएं। पीतल के करवे में पूड़ी व मिठाई रखें। ढक्कन पर चावल रखकर दीपक जलाएं।
पूजा अर्चना कर करवा चौथ की कथा सुनें। चंद्रमा को अर्घ्य दे परिक्रमा करें।
भारत देश में वैसे तो चौथ माता जी के कही मंदिर स्थित है, लेकिन सबसे प्राचीन एवं सबसे अधिक ख्याति प्राप्त मंदिर राजस्थान राज्य के सवाई माधोपुर जिले के चौथ का बरवाड़ा गांव में स्थित है। चौथ माता के नाम पर इस गाँव का नाम बरवाड़ा से चौथ का बरवाड़ा पड़ गया। चौथ माता मंदिर की स्थापना महाराजा भीमसिंह चौहान ने की थी।
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शुभ मुहूर्त-
01 घंटा 18 मिनट का मुहूर्त शुभ
3:24 बजे बुधवार 4 नवंबर 2020 को सुबह चतुर्थी का योग है
पूजा समय शाम – शाम 6:04 से रात 7:19
पूजा का मुहूर्त
8:12 बजे होगा चंद्रोदय होगा
6:35 सुबह से 8:12 रात तक व्रत
इस रिश्ते की मिठास को बनाए रखने में बॉलीवुड के गीत भी अपनी भूमिका निभाते हैं। बॉलीवुड में अनेकों ऐसे गीत हैं जो इस प्रेम के बंधन की खूबसूरती को बयां करते हैं। इस दिन ये गाने सुनेंगे तो आपको निश्चित ही पति-पत्नी के बीच के प्यार का अहसास होगा।
*सलमान खान और ऐश्वर्या राय अभिनीत फिल्म हम दिल दे चुके सनम फिल्म का गीत चांद छिपा बादल में इस दिन को खास बनाता है।
*सैफ अली खान और ममता कुलकर्णी अभिनीत आशिक आवारा फिल्म में चांद और पिया गाना देखेंगे को यकीनन आपको ये पर्व सुहाना लगेगा।
*सलमान खान और भाग्य श्री पर फिल्माया ‘मैंने प्यार किया’ का शारदा सिन्हा का गीत- कहे तोसे सजना भी पति-पत्नी के रिश्ते को खास बनाता है।
*मैं तुलसी तेर आंगन फिल्म का टाइटल सांग भी बेहद प्रचलित गीत हैं।
*मैं तो छोड़ चली बाबुल का देश गीत भी इस मौके पर सुहाना लगता है।
पति-पत्नी के रिश्ते को इस संसार का सबसे अनोखा रिश्ता कहा जाता हैं जो संयम, प्यार और आपसी विश्वास से बना हुआ संबंध होता हैं। इस रिश्ते की डोर के छोर दो अलग-अलग परिवार से जुड़े होते हैं, ये डोर प्यार से खीचेंगे तो सबको नजदीक लाएगी,जोर लगाएंगे तो टूट जाएगी। इस रिश्ते का सम्मान करेंगे तो इसे अटूट बनाया जा सकता है।