Amla Rajyog: कुंडली में ग्रहों की शुभ स्थिति जातकों को महत्वपूर्ण लाभ देती है। वही कुंडली कुल मिलाकर अच्छे कर्मों के संकेत होते हैं। कुंडली के दसवें घर को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। वही दसवें भाव में यदि ग्रहों की मजबूत स्थिति है तो जातक को करियर संबंधित लाभ मिलता है। इसके साथ ही उनके रोजगार पेशे में भी वृद्धि देखी जाती है।
Amla Rajyog: वैदिक ज्योतिष में कुंडली के भाव और ग्रह कुछ विशेष परिस्थिति के कारण योग और राजयोग का निर्माण करते हैं। वही कुंडली में कोई शुभ ग्रह यदि दसवें घर में हो तो उसमें अमला योग का निर्माण होता है। अमला योग मूलतः सभी जातकों के कुंडली में देखने को मिल सकता है। दरअसल चंद्रमा में या लग्न से दशम भाव में कोई शुभ ग्रह होने की स्थिति में अमला योग का निर्माण होता है। वही कुंडली में यदि बुध शुक्र गुरु 10th घर में स्थित हो तो जातक को धन समृद्धि का लाभ मिलता है। इसके साथ ही संपत्ति में वृद्धि होती है। व्यापारी अपने व्यापार का विस्तार करता है जबकि छात्रों को मनचाही नौकरी का लाभ मिलता है।
Amla Rajyog: गुरु के प्रभाव से अमला योग और सशक्त माना जाता है। यदि किसी जातक की कुंडली में चंद्रमा से यह लगने से दसवें भाव में गुरु विराजमान हो तो जातक के जीवन में सफलता देखने को मिलती है। अच्छी कल्पना शक्ति के साथ में ज्ञान की मात्रा अधिक होती है। इसके साथ ही गुरु की मजबूती से जातक कार्यस्थल में प्रगति और तरक्की प्राप्त करता है। साथ ही एक प्रख्यात शिक्षक सहित गुरु और उच्च पद पर नियुक्ति प्राप्त कर सफलता हासिल करते धन वैभव ऐश्वर्य में वृद्धि होती है।
Amla Rajyog: कुंडली में शुक्र के साथ अमला योग के निर्माण पर जातकों के जीवन में धन की कमी नहीं होती। इसके साथ ही उन्हें समृद्धि का लाभ मिलता है। प्रचुर संपत्ति के मालिक बनते हैं। साथ ही इनके व्यापार में वृद्धि देखी जाती है। समृद्ध जीवन जीने के साथ ही भोग विलासिता का अनुभव लेते हैं। इसके लिए कुंडली में चंद्रमा से या लग्न से दसवें भाव में शुक्र होने पर अमला योग का निर्माण होता है।
Amla Rajyog: वही कुंडली में बुध की मजबूत स्थिति से भी अमला योग का निर्माण होता है। किसी जातक की कुंडली में चंद्रमा से-लग्न से दसवें भाव में बुध मजबूत अवस्था में विराजमान हो तो जातक को पत्रकारिता सहित मीडिया और उपन्यास लेखन आदि करियर में सफलता प्राप्त होती है। भौतिकवादी सुखों को प्राप्त करने के साथ ही साथ इन्हें प्रेम सम्मान का लाभ मिलता है। साथ ही इनकी लोकप्रियता और इनके बुद्धि और ज्ञान के चर्चे देखने को मिलते हैं।
Amla Rajyog: अमला योग से जातक अपने उत्कृष्ट कार्यों से समाज में मान सम्मान प्राप्त करता है। राजकीय सुख सुविधा का अनुभव होता है। सात्विक, दानी और परोपकारी स्वभाव के होते हैं। इसके साथ ही व्यापार में तरक्की होती है नौकरी में उच्च पद की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही धनधान्य में और समृद्धि में लगातार वृद्धि देखी जाती है।
Amla Rajyog: कन्या राशि वाले के लिए दसवें भाव में इस राजयोग के निर्माण से नौकरी व्यवसाय में सफलता मिलेगी। इसके साथ ही प्रतिभाओं में विकास देखने को मिलेगा। नौकरी की तलाश कर रहे जातकों को नौकरी का लाभ मिलेगा। इसके अलावा मनचाही नौकरी सहित ट्रांसफर और प्रमोशन देखने को मिल सकते हैं। पैतृक व्यवसाय में इजाफा देखा जाएगा। साथ ही पैतृक संपत्ति के मालिक बन सकते हैं।
Amla Rajyog: सिंह राशि वाले को भद्र राजयोग का लाभ मिलेगा। आपकी राशि के धन भाव में राजयोग का निर्माण होने से धन में वृद्धि होगी। साथ ही सामाजिक तौर पर लोकप्रियता हासिल करेंगे। किसी बड़े संस्थान से जुड़ सकते हैं। इसके साथ ही धन संबंधित परेशानी दूर होगी। निवेश रिटर्न प्राप्त होगा। बड़ी बिजनेस फाइनल हो सकती है। इसके साथ ही समृद्धि का भी लाभ मिलेगा।
Amla Rajyog: धनु राशि वाले को भद्र राजयोग का लाभ मिलेगा। कुंडली के सातवें भाव में बनने की वजह से शादीशुदा जातको के बीच मधुरता बनी रहेगी। नए लोगों के संपर्क में आएंगे। अविवाहित लोगों को रिश्ते के प्रस्ताव मिल सकते हैं। परिवार और दोस्त के साथ यात्रा कर सकते हैं। इसके साथ ही उन्हें सम्मान का लाभ मिलेगा।
ये भी पढ़ें- TS Singh deo Deputy CM: 90 दिन का डिप्टी सीएम बनाए जाने पर टीएस सिंहदेव का बड़ा बयान, भाजपा ने कसा था तंज