औरंगाबाद: महाराष्ट्र के औरंगाबाद शहर में सांसद इम्तियाज जलील द्वारा धार्मिक स्थलों को खोलने का आह्वान किए जाने के बाद मंगलवार को एक मंदिर के पास शिवसेना और आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के कार्यकर्ता आमने सामने आ गए। एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष जलील ने कहा था कि वह मंगलवार दोपहर को खड़केश्वर मंदिर जाएंगे और इस बाबत अधिकारियों को ज्ञापन देंगे कि मंदिर को खोला जाए। उन्होंने यह भी कहा था कि वह यहां शाहगंज मस्जिद में बुधवार को नमाज पढ़ेंगे।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि जलील द्वारा घोषणा किए जाने के बाद चंद्रकांत खैरे और अंबादास दानवे समेत शिवसेना नेता भी घटनास्थल पर पहुंच गए। हालांकि प्रशासन द्वारा अनुरोध किए जाने पर जलील नहीं पहुंचे। पुलिस आयुक्त चिरंजीव प्रसाद ने कहा कि एआईएमआईएम और शिवसेना के कार्यकर्ता मंदिर के पास आमने सामने आ गए लेकिन उन्हें पुलिस ने तितर बितर कर दिया।
उन्होंने कहा कि धार्मिक स्थलों को खोलने का आदेश अभी नहीं दिया गया है और प्रतिबंध का उल्लंघन करने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। जलील ने पीटीआई-भाषा से कहा कि अधिकांश क्षेत्रों में पाबंदियों में ढील दी गई है इसलिए शिवसेना नीत राज्य सरकार को धार्मिक स्थलों को भी खोल देना चाहिए। उन्होंने कहा, “हम दो दिन और इंतजार करेंगे और यदि सरकार कोई ठोस कदम नहीं उठाती है तो हम फिर से मंदिर का रुख करेंगे।”
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