Shardiya Navratri 2022: नवरात्रि से पहले पूरा कर लें ये काम, नहीं तो रह जाएंगे पछताते

Shardiya Navratri 2022 : 26 सितंबर से नवरात्रि  शुरू होने वाली है। भक्त माता रानी के पंडाल को सजाने में लग गए हैं। हर तरह से पूरी तैयारी में लगे हैं।

Shardiya Navratri 2022: नवरात्रि से पहले पूरा कर लें ये काम, नहीं तो रह जाएंगे पछताते

Sharidya Navratri 2022

Modified Date: November 29, 2022 / 04:48 am IST
Published Date: September 21, 2022 11:42 pm IST

Shardiya Navratri 2022 : 26 सितंबर से नवरात्रि  शुरू होने वाली है। भक्त माता रानी के पंडाल को सजाने में लग गए हैं। हर तरह से पूरी तैयारी में लगे हैं। ताकि किसी प्रकार की कोई कमी न रह जाए। नवरात्रि में पूरे नौ दिन तक मां के स्वरूपों की उपासना की जाती है। ऐसे में नवरात्रि से पहले कुछ खास काम न निपटा लें, नहीं तो देवी की उपासना और व्रत का फल नहीं मिलेगा।

दरवाजे पर स्वस्तिक- सनात धर्म में स्वस्तिक का विशेष महत्व बताया गया है। ऐसा करते हैं कि मुख्य द्वार पर स्वस्तिक बनाने से हमेशा माता की कृपा रहती है। उनके स्वागत से पहले दरवाजे पर स्वस्तिक जरूर बनाएं। इसके अलावा, घर के मंदिर और माता की चौकी के स्थान पर भी स्वस्तिक बनाना ना भूलें।

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पूरे घर की सफाई- नवरात्रि का शुभ पर्व आने से पहले घर की साफ-सफाई बहुत जरूरी होती है। देवी मां के घर में पधारने से पहले जाले, जंग और गंदगी का अच्छी तरह से सफाया कर दें। ऐसा कहते हैं कि गंदगी वाले घर में माता को स्थापित करने से भक्तों को पर उनकी कृपा नहीं रहती है। घर की साफ-सफाई करने के बाद पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करें।

तामसिक भोजन- अगर आप मांसाहारी हैं तो नवरात्रि की साफ-सफाई होने के बाद अंडा, मांस, मछली जैसी चीजों को घर में ना लाएं। इसके अलावा, लहसुन और प्याज जैसी तामसिक चीजों से भी दूरी बना लें। घर से बाहर भी खान पान की चीजों का विशेष ध्यान रखें। शराब या नशीली चीजें न तो घर लाएं और न ही बाहर इनका सेवन करें।

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व्रत की सामग्री- घर की अच्छी तरह से साफ-सफाई के बाद व्रत की सामग्री लाना शुरू कर दीजिए। इसमें व्रत और पूजन सामग्री की चीजों का विशेष ध्यान रखें। नवरात्रि के नौ दिनों के उपवास में कुट्टू का आटा, समा के चावल, सिंघाड़े का आटा, साबूदाना, सेंधा नमक, फल, आलू, मेवा, मूंगफली आदि जैसी चीजें पहले ही मंगाकर रख लें।

कपड़ों का इंतजाम- नवरात्रि में रंगों का भी विशेष महत्व होता है। ऐसा कहते हैं कि नवरात्रि में कभी भी काले या डार्क कलर के कपड़े नहीं पहनने चाहिए। सनातन धर्म में काले रंग को अशुभता का प्रतीक माना गया है। इस दौरान पीले, लाल या हल्के रंग के कपड़े पहनें।

इसके साथ ही बाल, नाखून दाढ़ी बनवाने जैसे कार्य पहले निपटा लें। नवरात्रि में नौ दिन दाढ़ी-मूंछ, बाल या नाखून काटना शुभ नहीं माना जाता है। सर्वपितृ अमावस्या समाप्त होते ही ये काम निपटा लें, अन्यथा प्रतिपदा तिथि लगने के बाद आपको ये काम निपटाने का मौका नहीं मिलेगा।


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