Mahalaxmi Yoga: महालक्ष्मी धन-धान्य और सुख-ऐश्वर्य को देने वाली देवी हैं। सुख-सौभाग्य और धन-वैभव महालक्ष्मी जी की कृपा से ही प्राप्त होता है। महालक्ष्मी जी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आप प्रतिदिन सूर्य के यंत्र की पूजा करें तो आपके जीवन में धन-धान्य, सुख-सौभाग्य और ऐश्वर्य-वैभव की कभी कमी नहीं होगी और आपको कभी आर्थिक कष्टों का सामना नहीं करना होगा। तो आइए जानते हैं महालक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपायों के बारे में जिससे आपके संकट सदा- सदा के लिए समाप्त हो जाए।
चंद्र मंगल की युति वाला जातक नेता, वकील, डॉक्टर और प्रशासनिक अधिकारी के रूप में प्रसिद्धि प्राप्त करता है। चंद्र मंगल की युति जातक को काफी सारा धन अर्जित करवाती है और इस योग वाला जातक सभी प्रकार के सुख, संपत्ति और वैभव का भोग करता है। इसलिए इस योग को महालक्ष्मी योग भी कहा जाता है।
यदि कुंडली के लग्न भाव का स्वामी त्रिकोण भाव में स्थित हो, द्वितीय भाव का स्वामी एकादश भाव यानि लाभ भाव में स्थित हो और द्वितीय भाव पर किसी शुभ ग्रह की दृष्टि हो तो यह महालक्ष्मी योग कहलाता है। इस योग के बनने से व्यक्ति को आर्थिक समस्याएं कभी नहीं आतीं।
आपके लिए गजलक्ष्मी योग वरदान बनकर आएगा। व्यारियों को खूब लाभ होगा। नौकरीपेशा हैं तो पदोन्नति के साथ ही वेतनवृद्धि के योग बनेंगे। वैवाहिक जीवन में खुशियां आएंगे। लव लाइफ में भी आपको अच्छे परिणाम देखने को मिलेंगे। विवाह नहीं हुआ है तो विवाह होने के प्रबल योग हैं।
Mahalaxmi Yoga: बृहस्पति आपकी राशि के प्रथम भाव में जब गोचर करेगा तो आप करियर में नई ऊंचाइयां हासिल करने में सफल होंगे। नौकरीपेशा हैं तो मान सम्मान और वेतन में वृद्धि होगी और व्यापारी हैं तो मुनाफा बढ़ जाएगा। पारिवारिक जीवन की बात करें तो दांपत्य जीवन सुखमय रहेगा और संतान पक्ष की ओर से शुभ समाचार मिलेगा। लंबे समय से अटके कार्य पूर्ण होंगे।
आपके लिए गजलक्ष्मी योग बहुत सारे फायदे लेकर आया है। आपको भाग्य का साथ मिलेगा। आपकी आया में अचानक से वृद्धि होगी। निवेश से आपको लाभ मिलेगा। नौकरी में वेतन बड़ोतरी होगी और व्यापार में आपको सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेगा। वैवाहिक जीवन सुखद रहने वाला है।