Aaj Ka Panchang 31 October 2025: आज आंवले के वृक्ष की पूजा से मिलेगा अक्षय पुण्य, जानें शुभ मुहूर्त और महत्व

कार्तिक शुक्ल नवमी, जिसे अक्षय नवमी कहा जाता है, आज देशभर में श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाई जा रही है। इस दिन आंवले के वृक्ष की पूजा का विशेष महत्व बताया गया है। आइये जानते हैं आज का पंचांग विवरण।

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  • Publish Date - October 31, 2025 / 08:28 AM IST,
    Updated On - October 31, 2025 / 08:28 AM IST

Aaj Ka Panchang 31 October 2025 / Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • अक्षय नवमी: आंवले की पूजा से बढ़ता है पुण्य और भक्ति।
  • आज दान और व्रत करने से मिलेगा अक्षय (अमर) पुण्य।
  • अक्षय नवमी पर्व धर्म और सदाचार की शक्ति का प्रतीक है।

Aaj Ka Panchang 31 October 2025: आज की तिथि कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष नवमी, दिन शुक्रवार, विक्रम संवत् 2082, शक संवत् 1947 है। सौर मास के अनुसार ये कार्तिक माह का चौदहवाँ दिन है। हिजरी पंचांग के अनुसार आज जमादि उल्-आव्वल 8, 1447 हिजरी है। अंग्रेज़ी तारीख के अनुसार ये दिन 31 अक्टूबर 2025 है।

अक्षय नवमी 2025 कार्तिक शुक्ल नवमी के दिन मनाई जा रही है, जिसे आंवले के वृक्ष की पूजा के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस दिन व्रत रखना, दान करना या सेवा करना व्यक्ति के पुण्य को अक्षय यानी कभी समाप्त न होने वाला बनाता है। ये पर्व धर्म, भक्ति और सदाचार की शक्ति का प्रतीक है। इस दिन विशेष रूप से भगवान विष्णु की आराधना की जाती है और आंवले के पेड़ की पूजा करने से जीवन में स्थायी सकारात्मक ऊर्जा और पुण्य की प्राप्ति होती है।

आज का शुभ मुहूर्त

  • अभिजीत मुहूर्त: लगभग 11:29 – 12:16 तक रहेगा
  • अमृत काल: लगभग 8:19 – 9:57 तक रहेगा

ये समय सामान्य शुभ कार्य जैसे पूजा-अर्चना, शुभ शुरुआत आदि के लिए बेहद शुभ माने जाते हैं।

आज का अशुभ समय

आज का राहुकाल सुबह 10:30 AM से दोपहर 12:00 बजे तक है। इसे नए कार्य की शुरुआत के लिए टालना सही है।

सूर्योदय और सूर्यास्त

  • सूर्योदय: सुबह 6 बजकर 32 मिनट पर होगा।
  • सूर्यास्त: शाम 5 बजकर 37 मिनट पर होगा।

चंद्रोदय और चंद्रास्त का समय

  • चंद्रोदय: दोपहर 2 बजकर 16 मिनट पर होगा।
  • चंद्रास्त: देर रात 1 बजकर 44 मिनट पर अगले दिन, 1 नवंबर को होगा।

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अक्षय नवमी का क्या महत्व है?

अक्षय नवमी को ऐसा दिन माना जाता है जब किया गया दान, व्रत और पूजा कभी व्यर्थ नहीं जाते। यह अक्षय पुण्य प्रदान करता है।

इस दिन क्या करना शुभ माना गया है?

इस दिन आंवले के पेड़ की पूजा, व्रत रखना, दान देना और भगवान विष्णु की आराधना करना विशेष रूप से शुभ होता है।

अक्षय नवमी कब मनाई जाती है?

कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को अक्षय नवमी के रूप में मनाया जाता है। 2025 में यह पर्व 31 अक्टूबर को है।