Sarkar On IBC24: सनातन धर्म को लेकर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन के बयान पर विवाद बढ़ता जा रहा है। इस बीच यूपी सरकार में मंत्री सतीश शर्मा के शिवलिंग के पास हाथ धोने का वीडियो वायरल होने के बाद और बवाल शुरू हो गया है। इन दोनों मामलों को लेकर लगभग सभी सियासी दल एक दूसरे के खेमे को सनातन विरोधी बताने में जुट गए हैं।
उत्तरप्रदेश के इस वीडियो और तमिलनाडु में दिए गए इस भाषण पर उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत तक जुबानी जंग छिड़ गई है। इसे सनातन धर्म का अपमान बताकर विरोधी पक्ष को कटघरे में खींचने की कोशिश की जा रही है तो दूसरा पक्ष भी अपनी दलीलों से विवाद को खारिज करने का प्रयास कर रहा है। दरअसल, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म की तुलना डेंगू, मलेरिया और कोरोना से कर दी है, जिस पर हंगामा मचा हुआ है।
स्टालिन के इस बयान पर भाजपा और उसके सहयोगी दल द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम और विपक्षी गठबंधन को सनातन विरोधी बता रहे हैं वहीं स्टालिन अब भी अपने बयान पर कायम हैं।
दक्षिण भारत से शुरू हुआ ये विवाद अभी थमा भी नहीं था और यूपी का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो गया। इस वीडियो में यूपी सरकार के मंत्री सतीश शर्मा बाराबंकी में पौराणिक लोधेश्वर महादेव मंदिर में शिवलिंग के पास हाथ धोते दिखाई दे रहे हैं। इस पर कांग्रेस और दूसरी विरोधी पार्टियों ने भाजपा को निशाने पर ले लिया।
हालांकि मंत्री सतीश शर्मा ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि भगवान शिव उनके आराध्य हैं और वे सपने में भी सनातनी आस्था का अनादर नहीं कर सकते। उन्होंने इसके लिए माफी भी मांगी है। बहरहाल, सतीश शर्मा ने इस पर खेद जताकर विवाद को अपनी ओर से समाप्त कर दिया है लेकिन उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु दोनों मामलों को सियासी दल अपने-अपने तरीके से भुनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे।