Mahtari Vandan Yojana 13th installment Update || Image- IBC24 News
Mahtari Vandan Yojana 13th installment Update: रायपुर: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 4 मार्च से 8 मार्च तक महिला मड़ई का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन का थीम “सशक्त महिला, समृद्ध महिला” रखा गया है। इस मेले में पूरे प्रदेश के महिला स्व-सहायता समूहों और महिला उद्यमियों द्वारा निर्मित उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री की जा रही है। समूहों को निःशुल्क स्टॉल उपलब्ध कराए गए हैं, ताकि वे अपने उत्पादों को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचा सकें।
इसके अलावा, 8 मार्च को साइंस कॉलेज ग्राउंड में वृहद महतारी वंदन सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा, जहां मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ‘महतारी वंदन योजना’ के एक वर्ष पूर्ण होने पर 13वीं किस्त का भुगतान करेंगे।
Mahtari Vandan Yojana 13th installment Update: महिला मड़ई में राज्य के 33 जिलों से 87 महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा स्टॉल लगाए गए हैं। इन स्टॉलों में कई जिलों के विशेष उत्पाद उपलब्ध हैं, जिनमें प्रमुख रूप से शामिल हैं:
इस मेले को महिलाओं द्वारा काफी सराहा जा रहा है और स्टॉलों पर बड़ी संख्या में भीड़ देखी जा रही है।
महिला एवं बाल विकास विभाग के साथ अन्य विभागों जैसे एनआरएलएम, वन विभाग और पंचायत विभाग की महिला स्व-सहायता समूहों को भी निःशुल्क स्टॉल प्रदान किए गए हैं। साथ ही, स्थानीय महिला उद्यमियों और स्टार्टअप्स को भी अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने का अवसर दिया गया है।
Mahtari Vandan Yojana 13th installment Update: महिला मड़ई में अब तक लाखों रुपये की सामग्रियों की बिक्री हो चुकी है, और 8 मार्च तक और अधिक बिक्री होने की संभावना है। स्टॉलों का अवलोकन दोपहर 12 बजे से रात 10 बजे तक किया जा सकता है।
मेले में आकर्षण बढ़ाने के लिए सेल्फी जोन बनाया गया है, जिसे लोग खूब पसंद कर रहे हैं। साथ ही, बच्चों के लिए प्ले ज़ोन भी बनाया गया है, जहां झूले और अन्य खेलों की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विभिन्न योजनाओं से संबंधित स्टॉल भी लगाए गए हैं, जिनमें शामिल हैं:
Mahtari Vandan Yojana 13th installment Update: इस आयोजन में सांस्कृतिक संध्या का भी आयोजन किया जा रहा है, जिसमें छत्तीसगढ़ी लोक कलाकारों को अपनी कला दिखाने का अवसर दिया गया है।
महिला मड़ई ने न केवल महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया है बल्कि उनके उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराकर उन्हें आर्थिक रूप से भी सशक्त बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।