Ghibli Image/ Image Credit: ghiblicollection
Ghibli Image: दुनिया भर में इन दिनों घिब्ली वाली तस्वीरें (Ghibli Image) ट्रेंड कर रही हैं। हरकोई अपनी तस्वीरें घिब्ली में बना रहा है। तो वहीं, अब इंफ्लुएंसर भी घिब्ली में अपनी तस्वीर कैंसे बनाए ये वीडियो बना रहे हैं। वहीं दूसरी ओर प्राइवेसी एक्सपर्ट इसे लेकर अपनी चिंता जाहिर कर रहे हैं। ऐसे में अगर आप भी चैटजीपीटी पर घिबली स्टाइल आर्ट बनाने के लिए अपनी पर्सनल फोटो अपलोड कर रहे हैं तो सावधान हो जाइए।
खतरे में पड़ सकती है प्राइवेसी
कुछ एक्सपर्ट का मानना है कि AI प्रशिक्षण के लिए उपयोगकर्ताओं की पर्सनल फोटोज का उपयोग करना एक बड़ी सुरक्षा चिंता का कारण बन सकता है। उनका कहना है कि यह एक चाल हो सकती है, जिसके जरिए OpenAI हजारों निजी फोटो तक पहुंच प्राप्त कर रहा है। यह चलन इन दिनों तेजी से फैल रहा है।आलोचकों का यह भी कहना है कि इस प्रक्रिया के माध्यम से यूजर्स अनजाने में अपनी अनोखी और व्यक्तिगत चेहरे की पहचान से संबंधित डेटा OpenAI को दे रहे हैं, जिससे उनकी प्राइवेसी खतरे में पड़ सकती है।
OpenAI को डेटा प्रोसेस करने की आजादी
कुछ लोगों का यह भी मानना है कि, OpenAI की यह डेटा संग्रहण की रणनीति केवल AI कॉपीराइट के मुद्दों से कहीं ज्यादा कठिन है। ये कंपनी को उन तस्वीरों को हासिल करने की अनुमति देती है जिन्हें यूजर्स अपनी मर्जी से सबमिट करते हैं जिससे वेब-स्क्रैप किए गए डेटा पर लागू कानूनी प्रतिबंधों को दरकिनार किया जा सकता है। GDPR (जनरल डेटा प्रोटेक्शन रेगुलेशन) के तहत, OpenAI को इंटरनेट से फोटो स्क्रैप करने के लिए “वैध हित” का औचित्य साबित करना होता है। इसके लिए अधिक सुरक्षा उपायों की आवश्यकता होती है। लेकिन, जब यूजर्स खुद फोटोज अपलोड करते हैं, तो वे साथ में परमिशन देते हैं, जिससे OpenAI को डेटा प्रोसेस करने की अधिक आजादी मिलती है।
एक्टिविस्ट ने यूजर्स को दी चेतावनी
एक्टिविस्ट ने चेतावनी दी है कि, एक बार जब यूजर्स अपनी तस्वीरें सब्मिट कर देते हैं, तो वे उन फोटोज के इस्तेमाल पर कंट्रोल खो देते हैं, जबकि OpenAI की गोपनीयता नीति के अनुसार, यूजर्स द्वारा दिए गए इनपुट का इस्तेमाल मॉडल प्रशिक्षण के लिए किया जा सकता है, बशर्ते यूजर इसके खिलाफ न जाए। हालांकि, इस प्रक्रिया के दीर्घकालिक प्रभाव अभी तक स्पष्ट नहीं हैं।