ऐश्वर्य ने विश्व रिकॉर्ड के साथ थ्री पी में जीता स्वर्ण, गुरजोत ने स्कीट में लहराया परचम

ऐश्वर्य ने विश्व रिकॉर्ड के साथ थ्री पी में जीता स्वर्ण, गुरजोत ने स्कीट में लहराया परचम

ऐश्वर्य ने विश्व रिकॉर्ड के साथ थ्री पी में जीता स्वर्ण, गुरजोत ने स्कीट में लहराया परचम
Modified Date: December 16, 2025 / 07:23 pm IST
Published Date: December 16, 2025 7:23 pm IST

नयी दिल्ली / भोपाल, 16 दिसंबर (भाषा) विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर ने मंगलवार को 68वीं निशानेबाजी राष्ट्रीय प्रतियोगिता में ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए मध्य प्रदेश राज्य निशानेबाजी परिसर में आयोजित पुरुषों की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन फाइनल में 470.5 का विश्व रिकॉर्ड बनाकर स्वर्ण पदक जीता।

ऐश्वर्य का स्कोर मौजूदा विश्व रिकॉर्ड से 1.6 अंक अधिक है।

दिल्ली के डॉ. कर्णी सिंह निशानेबाजी परिसर में इसी के साथ आयोजित शॉटगन प्रतियोगिता में गुरजोत सिंह ने संयमित प्रदर्शन करते हुए 55 निशाने लगाकर पुरुषों की स्कीट स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने नौ बार के राष्ट्रीय चैंपियन मेराज अहमद खान (54 निशाने) को मामूली अंतर से हराया।

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ऐश्वर्य ने शुरुआत से ही शानदार प्रदर्शन करते हुए क्वालीफाइंग में 597 के अपने ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड की बराबरी की जो उन्होंने हाल ही में दोहा में संपन्न हुए आईएसएसएफ विश्व कप फाइनल में बनाया था।

नौसेना के निशानेबाज नीरज कुमार ने 463.7 अंकों के साथ रजत पदक जीता और उत्तर प्रदेश के अखिल श्योरान ने 451.8 अंकों के साथ तीसरा स्थान प्राप्त किया।

मौजूदा राष्ट्रीय चैंपियन किरण अंकुश जाधव 440.0 अंकों के साथ चौथे स्थान पर रहे, उनके बाद पेरिस ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता स्वप्निल सुरेश कुसाले 429.7 अंकों के साथ पांचवें स्थान पर और उनके साथी खिलाड़ी अर्जुन बाबूता 414.9 अंकों के साथ छठे स्थान पर रहे।

मोनू कुमार (403.2) और मानवेंद्र सिंह शेखावत (401.6) आठ निशानेबाजों के फाइनल में जगह बनाने में सफज रहे।

दिल्ली में आयोजित पुरुषों की स्कीट फाइनल प्रतियोगिता में गुरजोत सिंह ने 55 निशाने लगाकर स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने ओलंपियन मेराज अहमद खान को पछाड़ दिया, जिन्हें 54 निशाने लगाकर रजत पदक से संतोष करना पड़ा।

राष्ट्रीय शूटिंग चैंपियनशिप में मेराज का यह 26वां पदक था। इससे पहले उन्होंने क्वालीफाइंग राउंड में 122 निशाने लगाकर शीर्ष स्थान हासिल किया था। परम्पल सिंह गुरोन के साथ उनका स्कोर बराबर रहा, लेकिन शूटआउट के बाद उन्होंने शीर्ष स्थान प्राप्त किया। मैराज ने परम्पल के प्लस 10 के मुकाबले प्लस 11 अंक बनाए।

इस वर्ग में 43 निशाने लगाकर हरमेहर सिंह लल्ली ने कांस्य पदक जीता। वह जूनियर फाइनल में स्वर्ण पदक हासिल करने में सफल रहे। अंगद वीर सिंह बाजवा 35 निशाने लगाकर चौथे स्थान पर रहे, परम्पल 24 निशाने लगाकर पांचवें स्थान पर और ज्योतिरादित्य सिंह सिसोदिया 16 निशाने के साथ छठे स्थान पर रहे।

भाषा आनन्द मोना

मोना


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