नयी दिल्ली, सात नवंबर (भाषा) नियमित कप्तान आयुष बडोनी की मौजूदगी से उत्साहित दिल्ली की टीम रणजी ट्रॉफी ग्रुप डी के मुकाबले में जम्मू-कश्मीर के खिलाफ जीत दर्ज करना चाहेगी क्योंकि यह उनका सत्र का अंतिम घरेलू मैच भी होगा।
हिमाचल प्रदेश (तीन अंक) और पुडुचेरी (एक अंक) के खिलाफ जीत दर्ज करने में नाकाम रही दिल्ली अगर वह आठ टीमों की तालिका में अपने मौजूदा पांचवें स्थान से बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पाती है तो उसका अभियान पटरी से उतर सकता है ।
दबाव में घिरी दिल्ली का टीम प्रबंधन मैच के लिए स्पिन पिच चाहता है लेकिन भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) द्वारा घरेलू टूर्नामेंट के लिए तटस्थ क्यूरेटर रखने की परंपरा को देखते हुए पिच इतनी ज्यादा स्पिन नहीं होगी।
दिल्ली के लिए कप्तान बडोनी एक मैच के लिए अपने सामान्य चौथे नंबर पर वापसी करेंगे क्योंकि इसके बाद वह दक्षिण अफ्रीका ए के खिलाफ भारत ए की लिस्ट ए सीरीज के लिए रवाना होंगे।
बाएं हाथ के स्पिनर मनन भारद्वाज गेंदबाजी में तेज गेंदबाज सुमित कुमार बेनीवाल की जगह लेंगे जिन्होंने इससे पहले चल रहे सीके नायडू टूर्नामेंट में दिल्ली अंडर-23 के लिए अच्छा प्रदर्शन किया था।
मुख्य कोच सरनदीप अपने तीन स्पिनरों सुमित माथुर, भारद्वाज और ऋतिक शौकीन पर ज्यादा जोर देंगे। नवदीप सैनी अभी तक बुखार से ठीक नहीं हुए हैं इसलिए मनी ग्रेवाल और सिमरजीत सिंह तेज गेंदबाजी की जिम्मेदारी संभालेंगे।
अनुभवी कप्तान पारस डोगरा और अनुभवी शुभम खजूरिया जैसे बल्लेबाजों के सामने उन्हें कड़ी चुनौती का सामना करना होगा जो विपक्षी खेमे पर आक्रमण करने के लिए तैयार हैं।
हालांकि बल्लेबाजी क्रम को और बेहतर प्रदर्शन करना होगा जो पिछले मैच के बल्लेबाजी के मुफीद पिच पर केवल 294 रन ही बना पाया था।
सलामी बल्लेबाज सनत सांगवान तीन मैच में 568 रन के साथ बल्लेबाजी सूची में सबसे आगे हैं। वह अपनी अच्छी फॉर्म जारी रखना चाहेंगे। उन्होंने और साथी सलामी बल्लेबाज अर्पित राणा ने पहले विकेट के लिए 321 रन जोड़े लेकिन दूसरी पारी में उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा।
भाषा नमिता
नमिता