फ्रेंचाइजी लीग और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के बीच संतुलन बनाये : संगकारा

फ्रेंचाइजी लीग और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के बीच संतुलन बनाये : संगकारा

फ्रेंचाइजी लीग और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के बीच संतुलन बनाये : संगकारा
Modified Date: November 29, 2022 / 07:59 pm IST
Published Date: February 19, 2021 12:10 pm IST

मुंबई , 19 फरवरी ( भाषा ) श्रीलंका के महान बल्लेबाज कुमार संगकारा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट पर आईपीएल जैसी फ्रेंचाइजी लीग को तरजीह देने के खिलाफ हैं लेकिन वह चाहते हैं कि खेल के फायदे के लिये आईसीसी और सदस्य देश दोनों में संतुलन बनाये ।

न्यूजीलैंड क्रिकेट ने हाल ही में संकेत दिया था कि इंग्लैंड के खिलाफ दो जून से शुरू हो रही टेस्ट श्रृंखला से तारीखों का टकराव होने पर भी वह अपने खिलाड़ियों को आईपीएल खेलने से नहीं राकेगा ।

राजस्थान रॉयल्स के क्रिकेट निदेशक संगकारा ने एक वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा ,‘‘यह विदित ही है कि सारे अनुबंध अंतरराष्ट्रीय अनुबंध से नीचे हैं । आईपीएल अनुबंध ऐसे बनाया गया है कि खिलाड़ियों को इसमें भाग लेने के लिये अपने बोर्ड से एनओसी लेनी पड़ती है ।’’

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उन्होंने कहा ,‘‘ मुझे यकीन है कि संतुलन बनाया जा सकता है । यह कभी भी आदर्श या परफेक्ट संतुलन नहीं हो सकता लेकिन संतुलन जरूरी है ताकि घरेलू बोर्ड और खिलाड़ियों दोनों का फायदा हो सके ।’’

संगकारा ने कहा कि घरेलू बोर्ड और फ्रेंचाइजी लीग में खेलने वाले खिलाड़ियों में तनाव के चलते खिलाड़ियों को संन्यास लेना पड़ता है जिससे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को नुकसान होता है ।

उन्होंने कहा ,‘‘ यह बहस लंबे समय से चल रही है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में क्या आईपीएल के लिये विंडो होनी चाहिये । आईपीएल और घरेलू बोर्डों के बीच यह बातचीत होगी और शायद आईसीसी से भी बात हो ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ यह अहम है कि घरेलू बोर्ड क्या चाहता है क्योंकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के लिये सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों का उपलब्ध होना जरूरी है ।’’

संगकारा ने यह भी कहा कि आईपीएल से खिलाड़ियों को काफी फायदा हुआ है । उन्होंने कहा ,‘‘ आईपीएल ने दुनिया भर के खिलाड़ियों को इस प्रारूप में अपने फन को निखारने का मौका दिया है जिसका असर वनडे और टेस्ट क्रिकेट में भी खेलने को मिला है। हमने देखा है कि भारत को इससे कितना फायदा मिला है । हाल ही में भारत ने आखिरी टेस्ट में आस्ट्रेलिया को जिस तरह से हराया , वह इसकी बानगी है ।’’

भाषा

मोना नमिता

नमिता


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