गिल की आक्रामकता नयी नहीं है, उन्होंने लॉर्ड्स में कुछ भी गलत नहीं किया: पटेल

गिल की आक्रामकता नयी नहीं है, उन्होंने लॉर्ड्स में कुछ भी गलत नहीं किया: पटेल

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  • Publish Date - July 24, 2025 / 03:51 PM IST,
    Updated On - July 24, 2025 / 03:51 PM IST

नयी दिल्ली, 24 जुलाई (भाषा) भारतीय कप्तान शुभमन गिल के आक्रामक रवैये ने एक बहस छेड़ दी है लेकिन भारत के पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज पार्थिव पटेल का कहना है कि यह बिलकुल भी नया नहीं है।

पटेल ने इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा श्रृंखला के दौरान योजनाओं को लागू करने में गिल की दृढ़ता और स्पष्टता के लिए सराहना की।

लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान गिल ने जैक क्रॉली और उनके सलामी जोड़ीदार बेन डकेट तीसरे दिन के अंत में क्रीज पर 90 सेकेंड देरी से पहुंचने पर उनसे बहस की थी। भारत तब इंग्लैंड के पहली पारी के 387 रन की बराबरी करने में कामयाब रहा था और खेल के बचे हुए छह मिनट में दो ओवर निकालना चाहता था। हालाकि यह संभव नहीं हो सका क्योंकि इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाजों ने तैयार होने में समय लिया जिसके बाद गिल ने इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाजों के साथ बहस की।

बाद में भारतीय कप्तान ने इस देरी को ‘खेल भावना के खिलाफ’ करार दिया।

यह पूछे जाने पर कि क्या गिल का आक्रामक रवैया हैरानी भरा था तो आईपीएल में गिल की अगुवाई वाली गुजरात टाइटन्स के सहायक कोच रहे पटेल ने कहा, ‘‘नहीं, ऐसा नहीं है। हमने उन्हें आईपीएल में भी ऐसा करते देखा है। यह खेल भावनाओं को व्यक्त करने के बारे में है, बशर्ते आप अपनी सीमा पार नहीं करें। और मुझे नहीं लगता कि शुभमन ने अपनी सीमा पार की। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह स्पष्ट था कि इंग्लैंड के बल्लेबाज कितनी धीमी गति से चल रहे थे। इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और दक्षिण अफ्रीका जैसी टीमें अक्सर ‘खेल भावना’ शब्द का इस्तेमाल अपनी सुविधा के अनुसार करती हैं। ’’

पटेल ने ‘जियोहॉटस्टार वर्चुअल’ बातचीत के दौरान पत्रकारों से कहा, ‘‘इसलिए गिल इंग्लैंड की मीडिया से यह पूछना कि क्या 90 सेकेंड देरी से बल्लेबाजी करने आना ठीक है? इसमें कुछ भी गलत नहीं था। यह एक जानबूझकर किया गया प्रयास था। मुझे नहीं लगता कि शुभमन ने कुछ गलत किया। ’’

गिल की भारतीय टीम की कप्तानी पर पटेल ने कहा, ‘‘यह उनके लिए नया है और वह बेहतर हो रहे हैं। गुजरात टाइटन्स के साथ मैंने उन्हें देखा है, वह बहुत दृढ़ रहे हैं। वह जानते हैं कि उन्हें क्या चाहिए। वह अपनी योजनाओं और सोच को लेकर बहुत स्पष्ट हैं। मुझे भरोसा है कि समय के साथ आप उनकी कप्तानी में भी काफी सुधार देखेंगे। ’’

भाषा नमिता पंत

पंत