छह महीने बाद क्रीज पर समय बिताकर अच्छा लगा : रोहित

छह महीने बाद क्रीज पर समय बिताकर अच्छा लगा : रोहित

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  • Publish Date - September 23, 2020 / 06:52 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:53 PM IST

अबुधाबी, 23 सितंबर (भाषा) मुंबई इंडियन्स के कप्तान रोहित शर्मा ने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में पहली जीत दर्ज करने पर राहत की सांस ली और साथ ही वह छह महीने के बाद क्रीज पर पर्याप्त समय बिताकर भी खुश दिखे।

रोहित ने पुल शॉट का अच्छा प्रदर्शन करके 80 रन बनाये जिससे मुंबई पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर पांच विकेट पर 195 रन बनाने में सफल रहा। इसके जवाब में कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) नौ विकेट पर 146 रन ही बना पाया।

रोहित ने मुंबई की 49 रन से जीत के बाद कहा, ‘‘मैंने पुल शॉट खेलने का अच्छा अभ्यास किया था। मेरे सभी शॉट बहुत अच्छे थे इसलिए यह नहीं कह सकता कि मेरा कौन सा शॉट सबसे अच्छा था। मैंने पिछले छह महीने से ज्यादा क्रिकेट नहीं खेली थी और मैं क्रीज पर कुछ समय बिताना चाहता था। पहले मैच में मैं अच्छा नहीं खेल पाया लेकिन खुशी है कि आज मैंने ऐसा किया। ’’

मुंबई की यूएई में यह छह मैचों में पहली जीत है। इससे पहले वह 2014 में अपने पांचों मैच गंवा बैठा था जबकि इस सत्र में वह पहले मैच में चेन्नई सुपरकिंग्स से हार गया था।

मैन आफ द मैच रोहित ने कहा, ‘‘जिस टीम ने 2014 में यहां पांच मैच गंवाये थे उसके केवल दो खिलाड़ी (असल में तीन –रोहित, कीरेन पोलार्ड और जसप्रीत बुमराह) वर्तमान टीम में हैं। हमने आज अपनी रणनीति पर अमल करने पर ध्यान दिया। विकेट अच्छा था और ओस भी पड़ रही थी। मैं टीम के प्रदर्शन से बहुत खुश हूं। ’’

केकेआर के कप्तान दिनेश कार्तिक ने कहा कि उनकी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों विभाग में सुधार की जरूरत है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि कि परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाना भी आसान नहीं था।

कार्तिक ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हमारी बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों विभागों में कुछ ऐसे क्षेत्र हैं जिनमें सुधार की जरूरत है। ईमानदारी से कहूं तो आज हम लय में नहीं थे। मैं इसका बहुत अधिक विश्लेषण नहीं करना चाहता हूं। खिलाड़ी जानते हैं कि वे कहां बेहतर कर सकते हैं। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे दो खिलाड़ियों (पैट) कमिन्स और (इयोन) मोर्गन ने आज ही अपना पृथकवास पूरा किया था। यहां की गर्मी में खेलना और परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाना आसान नहीं है।’’

भाषा

पंत

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