शीर्ष दो में जगह बनाना अद्भुत अहसास, लेकिन हमारा लक्ष्य ट्रॉफी जीतना है: शशांक सिंह

शीर्ष दो में जगह बनाना अद्भुत अहसास, लेकिन हमारा लक्ष्य ट्रॉफी जीतना है: शशांक सिंह

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  • Publish Date - May 27, 2025 / 12:54 PM IST,
    Updated On - May 27, 2025 / 12:54 PM IST

जयपुर, 27 मई (भाषा) पंजाब किंग्स के बल्लेबाज शशांक सिंह ने कहा कि टीम सामूहिक प्रयास से इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की अंक तालिका में शीर्ष दो में जगह बनाने में सफल रही लेकिन काम अभी पूरा नहीं हुआ है और उनका लक्ष्य ट्रॉफी जीतना है।

पंजाब किंग्स ने मुंबई इंडियंस को सात विकेट से हराकर प्लेऑफ में शीर्ष दो में अपना स्थान पक्का कर लिया है जिससे उसे फाइनल में पहुंचने के लिए दो मौके मिलेंगे। यह पिछले 11 वर्षों में पहला अवसर है जबकि पंजाब किंग्स ने प्लेऑफ में जगह बनाई।

शशांक ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘यह वास्तव में अद्भुत अहसास है। सबसे अच्छी बात यह है कि हमने सामूहिक प्रयास से इसे हासिल किया। नीलामी के ठीक बाद हमने एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया और इस साल खिताब जीतने के बारे में बात की। हमारा पहला लक्ष्य शीर्ष दो में जगह बनाना था और हमने इसे हासिल कर लिया है।’’

इस 33 वर्षीय इस खिलाड़ी ने कहा कि विश्वास और कड़ी मेहनत ही उनके सपने को वास्तविकता में बदलने की कुंजी थी।

उन्होंने कहा, ‘‘अपनी बात को जाहिर करना अलग चीज है और उस पर विश्वास करना अलग। हमने इसके लिए कड़ी मेहनत की है और इसका श्रेय पंजाब किंग्स से जुड़े हर एक व्यक्ति को जाता है। आईपीएल जैसी लीग में शीर्ष दो में रहना आसान नहीं है।’’

शशांक ने कहा, ‘‘शीर्ष दो में जगह बनाने से अभी काम पूरा नहीं हुआ है। हम ट्रॉफी जीतना चाहते हैं। चार जून को तड़के 12 बजे जब हम खिताब जीतने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में बैठे होंगे, तो मैं कह सकता हूं कि हां, हम दुनिया में शीर्ष पर हैं।’’

शशांक उन कुछ खिलाड़ियों में शामिल थे जिन्हें मेगा नीलामी से पहले टीम में बरकरार रखा गया था, लेकिन टीम में आमूलचूल परिवर्तन किया गया और ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज रिकी पोंटिंग को मुख्य कोच और श्रेयस अय्यर को कप्तान बनाया गया।

उन्होंने कहा, ‘‘पहले दिन से ही रिकी सर और श्रेयस का मुख्य आदर्श वाक्य रहा है कि हमें एक नई संस्कृति को विकसित करना है और उसे बनाए रखना है। हमें एक दूसरे पर पूरा भरोसा रखना है और फिर परिणाम खुद ही अनुकूल आएंगे। रिकी सर्वश्रेष्ठ कोच हैं। उन्होंने हमारी मानसिकता और विश्वास को बदल दिया है। खेल के प्रति हमारे नजरिए को बदलने का श्रेय उन्हें दिया जाना चाहिए।’’

भाषा

पंत मोना

मोना