राजनांदगांव। बीते दिनों मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री निवास में खिलाडि़यों से चर्चा की। उन्होंने खेल के क्षेत्र में प्रदेश को और आगे ले जाने को लेकर खिलाडि़यों से कई मुद्दों पर चर्चा की। इस बैठक में अंतर्राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी मृणाल चौबे भी शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने राजनांदगांव जिले के खेल मॉडल की सराहना करते हुए कलेक्टर तारण प्रकाश सिन्हा की प्रशंसा की। उन्होंने जिले के खेल मॉडल को पूरे प्रदेश में लागू करने की बात कही। इसी दौरान मुख्यमंत्री ने अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन हॉल की सौगात दी और सभी खेल संघों से अच्छे कोच नियुक्त करने आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने उद्योगों को सीएसआर मद से खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने का आग्रह किया।
हॉकी खिलाड़ी मृणाल चौबे ने बताया कि उन्होंने भी मुख्यमंत्री से प्रदेश के खेल मॉडल और इससे संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा की। मृणाल ने कहा कि बैठक के दौरान उन्होंने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि ऐसे उत्कृष्ट खिलाड़ी या राज्य सरकार के अवॉर्डी खिलाड़ी जिन्हें आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा उनके लिए कोई मासिक पेंशन स्कीम की बहुत जरुरत है। इस ओर प्रयास किया जाना आवश्यक है। मृणाल ने मुख्यमंत्री से कहा कि राज्य के आदिवासी अंचल के बच्चो में खेल विकास की अपार सम्भावना है। उन्हें यदि तराशा जाए तो वे भारतीय टीम में जगह बना सकते हैं। मृणाल ने कहा कि उत्कृष्ट खिलाड़ी को चिन्हांकित कर उन्हें गोद लेकर उनके सारे ख़र्च का वहन किया जाए तो इससे खिलाड़ी का पलायन भी रुकेगा।
read more: गूगल पे आधार, बैंकिंग सूचनाओं का अनधिकृत इस्तेमाल कर रही है, उच्च न्यायालय में याचिका
वहीं छतीसगढ़ हॉकी के महासचिव मनीष श्रीवास्तव ने दुर्ग में एस्ट्रोटर्फ के लिए मुख्यमंत्री से आग्रह किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस और वन विभाग के समान अन्य विभागों में खिलाड़ियों को नियुक्ति का प्रावधान करने के लिए मुख्य सचिव को केबिनेट की बैठक के लिए प्रस्ताव तैयार करने के लिए निर्देश दिए। मृणाल का कहना है कि इससे अब घोषित उत्कृष्ट खिलाड़ी के साथ अन्य खिलाड़ी जो मैडल जीतने से चूक जाते हैं उन्हें भी सरकारी नौकरी का अवसर मिलेगा।
लय की तलाश में कप्तान पंड्या
59 mins ago