सिर्फ निरंतरता के बारे में सोचते रहे तो निरंतर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकते : कोहली

सिर्फ निरंतरता के बारे में सोचते रहे तो निरंतर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सकते : कोहली

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  • Publish Date - December 28, 2020 / 11:39 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:59 PM IST

नयी दिल्ली, 28 दिसंबर ( भाषा ) लगातार अच्छे प्रदर्शन के लिये मशहूर बल्लेबाज विराट कोहली का कहना है कि उन्होंने व्यक्तिगत स्तर पर इसे हासिल करने की कभी कोशिश नहीं की ।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद द्वारा सोमवार को दशक के सर्वश्रेष्ठ क्रिकेटर और सर्वश्रेष्ठ एक दिवसीय क्रिकेटर चुने गए कोहली ने बीसीसीआई की वेबसाइट पर बल्लेबाजी को लेकर अपने फलसफे के बारे में बताया ।

उन्होंने कहा ,‘‘ अगर सिर्फ निरंतरता पर फोकस किया जाये तो मुझे नहीं लगता कि आप लगातार अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं । आपको यह सुनिश्चित करना होता है कि आप मैदान पर उतरें तो हर हालत में टीम की जीत का प्रयास करें । ऐसा सोचने पर ही आप अपनी सीमाओं और क्षमताओं से बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं ।’’

उन्होंने कहा , ‘‘ मेरी हमेशा यही सोच रही है । मैं मैदान पर अपना दिल और आत्मा लगा देता हूं और प्रयास करता हूं कि एक टीम के रूप में हम सही दिशा में बढें । नतीजा मिले या नहीं ।’’

कोहली ने कहा कि टीम के लक्ष्यों के साथ ही व्यक्तिगत प्रदर्शन जुड़ा होता है । इससे खिलाड़ी को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में मदद मिलती है और उनके साथ भी ऐसा ही हुआ है ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ इससे सभी प्रारूपों में लंबे समय तक अच्छा प्रदर्शन करने में मदद मिलती है । आप यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हर बार मैदान पर उतरें तो टीम के लिये कुछ यादगार कर जायें ।’’

कोहली ने कहा ,‘‘ आप 40 रन बनाये, 50 , 60 या फिर शतक या दोहरा शतक । मैं हमेशा जब तक हो सके, टिककर बल्लेबाजी की कोशिश करता हूं ताकि जीत का मार्ग प्रशस्त हो ।’’

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे फिट खिलाड़ियों में शुमार कोहली ने कहा कि वह सारे प्रारूप खेलना चाहते हैं ।

उन्होंने कहा ,‘‘यह चुनौतीपूर्ण है लेकिन मेरा हमेशा से मानना रहा है कि मैं हर प्रारूप में अच्छा क्रिकेट खेलना चाहता हूं । इससे मुझे प्रारूप के अनुरूप ढलने में मदद मिलती है क्योंकि मैं बेसिक्स पर फोकस रखता हूं ।’’

पिछले एक दशक में सबसे कठिन प्रतिद्वंद्वी के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि उन्होंने व्यक्तिगत और एक टीम के सदस्य के तौर पर मैदान पर हर जंग का मजा लिया है ।

भाषा

मोना सुधीर

सुधीर