लीड्स की हार का सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

लीड्स की हार का सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर

लीड्स की हार का सकारात्मक पहलू: बल्लेबाजी में बदलाव पटरी पर
Modified Date: June 26, 2025 / 06:47 pm IST
Published Date: June 26, 2025 6:47 pm IST

नयी दिल्ली, 26 जून (भाषा) महज एक मैच से ही कोई फैसला नहीं लिया जा सकता लेकिन भारत ने निश्चित रूप से इंग्लैंड के खिलाफ शुरूआती टेस्ट में संन्यास ले चुके सुपरस्टार विराट कोहली और रोहित शर्मा की कमी महसूस नहीं की और शीर्ष चार खिलाड़ियों ने बल्लेबाजी लाइन-अप को मजबूत बनाए रखा।

रोहित और कोहली की कमी को पूरा करने में कितना समय लगेगा? यह सवाल हेडिंग्ले में शु्रूआती टेस्ट से पहले चर्चाओं का विषय रहा।

नए कप्तान शुभमन गिल के सेना देशों (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) में रिकॉर्ड पर सवाल उठाए गए थे लेकिन उन्होंने महत्वपूर्ण योगदान करके ड्रेसिंग रूम का सम्मान हासिल किया।

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उन्होंने नंबर चार पर खेलते हुए शानदार शतक बनाया और मेहमान टीम ने दो पारियों में पांच शतक बनाए लेकिन फिर भी मैच हार गए क्योंकि भारत का गेंदबाजी आक्रमण पूरी तरह से जसप्रीत बुमराह पर निर्भर है।

केएल राहुल ने शीर्ष क्रम में शानदार प्रदर्शन किया जिससे निकट भविष्य के लिए उनके बल्लेबाजी स्थान पर बहस बंद हो गई। उन्होंने दिखाया कि इंग्लैंड की परिस्थितियों में बल्लेबाजी करने का तरीका क्या है।

उनके सलामी जोड़ीदार यशस्वी जायसवाल ने ऑस्ट्रेलिया के अपने पहले दौरे की शुरुआत में यादगार शतक लगाया था और इंग्लैंड में अपनी पहली पारी में यही दोहराया।

गिल ने जिस तरह से अपने पैरों का इस्तेमाल किया, उसे खेल के महान खिलाड़ियों ने भी देखा जिसमें पूर्व कप्तान सौरव गांगुली भी शामिल थे जो उनके सुधार से हैरान थे।

गांगुली ने हाल में पीटीआई को दिए एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘मैं विदेशी सरजमीं पर उनके पैरों के ‘मूवमेंट’ को देखकर बहुत खुश हूं। उनके पैरों में बहुत सुधार हुआ है। शुभमन ने पैरों का अच्छा इस्तेमाल किया और कोई गलती नहीं की। ’’

पांचवें नंबर पर ऋषभ पंत ने परिपक्वता और तेज तर्रार बल्लेबाजी करते हुए एक टेस्ट में दो शतक बनाने की दुर्लभ उपलब्धि हासिल की।

तीसरे नंबर पर उतरे साई सुदर्शन पहली पारी में एक सहज गेंद पर आउट हो गए लेकिन दूसरी पारी में टिककर खेले। उम्मीद है कि उन्हें लंबे समय तक मौका दिया जाएगा और यही बात करुण नायर पर भी लागू होती है।

लेकिन भारत को गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण विभाग में बहुत सुधार करना होगा, लेकिन बल्लेबाजी अभी ठीक लगती है।

पूर्व भारतीय मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने कहा, ‘‘रोहित और कोहली के संन्यास के बाद बदलाव हुआ है या नहीं, हम श्रृंखला के अंत में बता पाएंगे। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘बल्लेबाजी में अच्छा प्रदर्शन कोई हैरानी की बात नहीं है क्योंकि वे अनुभवी क्रिकेटर हैं। गिल, यशस्वी, पंत, राहुल सभी बेहतरीन हैं और लंबे समय से खेल रहे हैं। राहुल जब टेस्ट क्रिकेट में इस तरह से खेलते हैं तो अपना सर्वश्रेष्ठ करते हैं। ’’

कुलदीप यादव को शामिल करने की चर्चाओं के बावजूद प्रसाद एजबेस्टन में अंतिम एकादश में कोई बदलाव नहीं करना चाहते।

पूर्व भारतीय विकेटकीपर ने कहा, ‘‘शार्दुल ठाकुर को इसलिए चुना गया क्योंकि उन्होंने पिछले दौरों पर इंग्लैंड में अच्छा प्रदर्शन किया था। मैं उन्हें एक और मौका देना चाहूंगा। ’’

पर निचले क्रम को बल्ले से और अच्छा प्रदर्शन करने की जरूरत है।

इंग्लैंड में कुछ यादगार पारियां खेलने वाले भारत के पूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर भी बल्लेबाजों से प्रभावित हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ज्यादातर बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन किया जो भविष्य के लिए अच्छा संकेत है। इसके अलावा आपके पास तीन बेहतरीन बल्लेबाज श्रेयस अय्यर, सरफराज खान और देवदत्त पडीक्कल हैं जो टीम का हिस्सा भी नहीं हैं। ’’

वेंगसरकर ने कहा, ‘‘मुख्य बल्लेबाज फॉर्म में हैं और मुझे यकीन है कि करुण और साई भी अच्छा प्रदर्शन करेंगे।

भाषा नमिता सुधीर

सुधीर


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