भारतीय टी20 टीम में राहुल को विकेटकीपिंग के साथ चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करनी चाहिये: पीटरसन

भारतीय टी20 टीम में राहुल को विकेटकीपिंग के साथ चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करनी चाहिये: पीटरसन

भारतीय टी20 टीम में राहुल को विकेटकीपिंग के साथ चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करनी चाहिये: पीटरसन
Modified Date: April 28, 2025 / 11:50 am IST
Published Date: April 28, 2025 11:50 am IST

नयी दिल्ली, 28 अप्रैल (भाषा) दिल्ली कैपिटल्स के मेंटोर (मार्गदर्शक) केविन पीटरसन का मानना है कि लोकेश राहुल अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप में भारत के लिए चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने के साथ विकेटकीपिंग करने के लिए सबसे उपयुक्त हैं।

खेल के सबसे छोटे अंतरराष्ट्रीय प्रारूप में राहुल की बल्लेबाजी को लेकर पिछले कुछ समय से सवाल उठते रहे हैं लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मौजूदा सत्र में वह दिल्ली कैपिटल्स के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बनकर उभरे हैं। राहुल ने इस दौरान अपने खेल में थोड़ा बदलाव करते हुए बेहतर स्ट्राइक रेट से रन बनाये हैं।

 राष्ट्रीय टीम में विकेटकीपर-बल्लेबाज के स्थान के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा है। इसमें चयनकर्ताओं के पास राहुल के अलावा ऋषभ पंत, संजू सैमसन, ध्रुव जुरेल और ईशान किशन जैसे मजबूत विकल्प हैं।

 ⁠

राहुल 2022 विश्व कप के बाद से भारत की टी20 टीम का हिस्सा नहीं हैं लेकिन पीटरसन का मानना है कि उन्होंने शानदार बल्लेबाजी से अपनी वापसी का मंच तैयार किया है। वह विकेटकीपर-बल्लेबाज की भूमिका के लिए सबसे उपयुक्त हैं।

पीटरसन ने कहा, ‘‘मैं टी20 क्रिकेट में भारत के लिए केएल (राहुल) को चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करवाऊंगा। मुझे लगता है कि आपके पास बहुत सारे सलामी बल्लेबाज हैं।’’

इंग्लैंड के इस पूर्व दिग्गज ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के खिलाफ दिल्ली कैपिटल्स को मिली शिकस्त के बाद कहा, ‘‘ राहुल जिस तरह से अब क्रिकेट खेल रहे हैं, वह चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने और भारत के लिए विकेटकीपिंग करने के लिए मेरी पहली पसंद होंगे।’’

राहुल ने आईपीएल में शानदार प्रदर्शन के अलावा, वनडे क्रिकेट में भारत के लिए अपने हालिया प्रदर्शन से पीटरसन को काफी प्रभावित किया है।

उन्होंने कहा, ‘‘ राहुल ने पिछले साल के मध्य से लेकर आखिर तक बहुत सकारात्मक तरीके से खेला है। हमने देखा कि कैसे उसने भारत को कुछ मैच जीताये है और दुबई में चैंपियंस ट्रॉफी में भी टीम के लिए शानदार प्रदर्शन किया है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने बल्लेबाजी के बारे में उसके साथ बहुत सारी शानदार बातचीत की है, बहुत गंभीर और सार्थक बातचीत की है क्योंकि जब आप एक युवा खिलाड़ी के रूप में बड़े होते हैं, तो आपको डिफेंस, कोहनी ऊपर उठाना, वी में खेलना सिखाया जाता है।’’

अपने समय में आक्रामक बल्लेबाजी से गेंदबाजों में खौफ पैदा करने वाले पीटरसन ने कहा कि जब कोई खिलाड़ी 30 साल के करीब पहुंच जाता है तो उसके लिए रवैये में बदलाव करना कठिन होता है।

उन्होंने कहा, ‘‘ आपको बेहतर खिलाड़ी बनने के लिए हर प्रारूप के मुताबिक अपने खेल को लगातार विकसित करना होता है। एक उम्र पर पहुंचने के बाद यह बहुत मुश्किल है लेकिन राहुल ने खुद को बदला है।’’

अगला टी20 विश्व कप भारत और श्रीलंका द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया जाएगा।

पिछले आईपीएल में 250 के आसपास का स्कोर आम बात थी, लेकिन पिचों की धीमी प्रकृति ने इस सत्र में बल्लेबाजी को मुश्किल बना दिया है। पीटरसन को इससे कोई परेशानी नहीं है।

उन्होंने कहा, ‘‘ इस तरह की पिचों (फिरोज शाह कोटला के विकेट) पर आपको समय देना होता है। आपको लय हासिल करनी पड़ती है। विराट (कोहली) ने आज शाम लय हासिल की। केएल ने लय हासिल की। और मुझे लगता है कि यहीं पर आपकी असली बल्लेबाज की परीक्षा होती है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘असली बल्लेबाजी वही है जो क्रीज पर आकर परिस्थितियों के मुताबिक खुद को ढाल सके और सहज दिखे। टी20 क्रिकेट में कभी-कभी ऐसी पिच होना कोई बुरी बात नहीं है।’’

उन्होंने कहा कि आईपीएल जैसी लीग से युवा खिलाड़ियों को काफी मदद मिल रही है। पीटरसन खुद भी आईपीएल में खेल चुके हैं और हाल ही में कमेंट्री पैनल का हिस्सा रहे हैं।

वह इस सत्र में दिल्ली कैपिटल्स के स्पोर्ट स्टाफ के सदस्य के रूप में डगआउट में वापस आ गए हैं।

इस 44 वर्षीय पूर्व खिलाड़ी ने टीम में अपनी भूमिका के बारे में कहा, ‘‘ जब मैं फ्रैंचाइज़ी क्रिकेट खेल रहा था, तो मुझे हमेशा पता था कि कोई भी कोच आपको चार से छह सप्ताह या आठ सप्ताह की अवधि में नहीं बदल सकता है।’’

उन्होंने हालांकि युवा विकेटकीपर बल्लेबाज अभिषेक पोरेल का उदाहरण देते हुए कहा कि लीग के दौरान लाये गये बदलाव पर काम कर के खेल में सुधार किया जा सकता है।

उन्होंने कहा, ‘‘ कल रात मैं किसी चीज पर काम कर रहा था। हम टूर्नामेंट में पांच सप्ताह बिता चुके हैं। हमारे पास टूर्नामेंट के सिर्फ तीन या चार सप्ताह बचे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने अभिषेक से कहा, ‘ हो सकता है कि यह तुरंत तुम्हारे लिए काम नहीं करे लेकिन अगर तुम इसे जारी रखोगे तो अगले महीने, दो महीने, तीन महीने, चार महीने में, मैं तुमसे वादा करता हूं कि यह तुम्हारे खेल में मदद करेगा। और यह तुम्हें एक ऐसे स्तर पर ले जाएगा जहां तुम ज्यादा आक्रामक बल्लेबाज बन सकोगे’।’’

भाषा आनन्द आनन्द

आनन्द


लेखक के बारे में