रावल, मंधाना और देओल के अर्धशतक, भारत ने बनाए सात विकेट पर 281 रन

रावल, मंधाना और देओल के अर्धशतक, भारत ने बनाए सात विकेट पर 281 रन

रावल, मंधाना और देओल के अर्धशतक, भारत ने बनाए सात विकेट पर 281 रन
Modified Date: September 14, 2025 / 05:58 pm IST
Published Date: September 14, 2025 5:58 pm IST

मुल्लांपुर (पंजाब), 14 सितंबर (भाषा) भारतीय महिला टीम ने प्रतिका रावल (64 रन), स्मृति मंधाना (58 रन) और हरलीन देओल (54 रन) के अर्धशतकों की मदद से रविवार को यहां ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैच की वनडे श्रृंखला के पहले मैच में सात विकेट पर 281 रन का प्रतिस्पर्धी स्कोर खड़ा किया।

कप्तान हरमनप्रीत कौर ने इस प्रारूप में अपने 150वें मैच में टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया।

भारत के शीर्ष क्रम बल्लेबाजों ने अच्छी बल्लेबाजी करते हुए महत्वपूर्ण योगदान दिया जबकि मध्यक्रम के बल्लेबाजों प्रदर्शन फीका रहा।

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रावल और मंधाना ने पहले विकेट के लिए 114 रन की भागीदारी निभाई जो अब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की तीसरी बड़ी साझेदारी है।

ऑस्ट्रेलिया ने वनडे विश्व कप के लिए भारतीय परिस्थितियों में अपने खिलाड़ियों को तैयार करने के लिए आठ गेंदबाजों का इस्तेमाल किया । भारत और श्रीलंका में होने वाले विश्व कप के शुरू होने में अब बस दो हफ्ते बचे हैं।

भारत ने 22वें ओवर में मंधाना का विकेट गंवा दिया जिससे मेहमान टीम ने दबाव और बढ़ा दिया।

भारतीय उप कप्तान एक्स्ट्रा कवर पर गेंद मारने के बाद एक रन चुराने की कोशिश में रन आउट हो गईं क्योंकि दूसरी छोर पर खड़ी रावल ने रन लेने से मना कर दिया और मंधाना समय पर वापसी नहीं कर पाईं।

अगर मंधाना रन आउट नहीं होती तो बड़ी पारी खेल सकती थीं। उन्होंने अपनी अर्धशतकीय पारी में छह चौके और दो छक्के लगाए।

इससे पहले रावल ने 52 गेंद में छह चौके से अपना छठा अर्धशतक पूरा किया, हालांकि वह भी बड़ा स्कोर नहीं बना सकीं। रावल 31वें ओवर में अलाना किंग की गेंद पर स्लॉग करने की कोशिश में आउट हो गईं लेकिन मिडविकेट पर एलिसे पैरी को कैच दे बैठीं।

भारत ने अच्छी शुरुआत के बाद 18वें ओवर तक 100 रन का आंकड़ा पार कर लिया था लेकिन 35वें ओवर के बाद स्कोर तीन विकेट पर 168 रन था जिसमें एक चौका और तीन छक्के लगे थे।

देओल ने भी तेजी से रन जुटाने के इरादे से बल्लेबाजी की और 57 गेंद की पारी के दौरान चार चौके और दो छक्के लगाए।

भारत को बीच के ओवरों में रन गति बढ़ाने और नियमित बाउंड्री लगाने में संघर्ष करना पड़ा, लेकिन अंत में अहम भागीदारियों से टीम ने मजबूत स्कोर खड़ा किया।

भाषा नमिता मोना

मोना


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