सैंटियागो नीवा भारतीय महिला मुक्केबाजी टीम के कोच नियुक्त

सैंटियागो नीवा भारतीय महिला मुक्केबाजी टीम के कोच नियुक्त

सैंटियागो नीवा भारतीय महिला मुक्केबाजी टीम के कोच नियुक्त
Modified Date: November 28, 2025 / 12:41 pm IST
Published Date: November 28, 2025 12:41 pm IST

नयी दिल्ली, 28 नवंबर (भाषा) भारतीय मुक्केबाजी के पूर्व हाई परफार्मेंस निदेशक (एचपीडी) सैंटियागो नीवा महिला टीम के मुख्य कोच के रूप में राष्ट्रीय टीम से फिर से जुड़ गए हैं।

अर्जेंटीना में जन्मे स्वीडन के इस पूर्व मुक्केबाज ने 2017 से 2022 तक भारत की पुरुष टीम के साथ बड़े स्तर पर काम किया था। उन्होंने अपने पिछले कार्यकाल में कई ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की, जिनमें तोक्यो ओलंपिक में भारत की अब तक की सर्वोच्च भागीदारी और 2019 पुरुष विश्व चैंपियनशिप में दो ऐतिहासिक पदक शामिल हैं।

नीवा ने कहा, ‘‘भारत वापस आकर बेहद उत्साहित हूं। मेरे पिछले कार्यकाल में यहां पांच साल शानदार रहे। मैं इस अगले अध्याय का बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं। उम्मीद है कि हम साथ मिलकर कुछ बड़ा कर पाएंगे।’’

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नीवा के पास दो दशकों से अधिक का उत्कृष्ट अंतरराष्ट्रीय कोचिंग अनुभव है। उन्होंने इस भूमिका में मुक्केबाजी जगत में कुछ शानदार परिणाम हासिल किये हैं।

भारत के साथ अपने पहले कार्यकाल के बाद उन्होंने हाल ही में बॉक्सिंग ऑस्ट्रेलिया की हाई परफॉर्मेंस इकाई के मुख्य राष्ट्रीय  कोच और तकनीकी प्रमुख के रूप में कार्य किया था।

भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा कि सैंटियागो की नियुक्ति भारत में महिला मुक्केबाजी लिए एक बड़ा प्रोत्साहन है।

उन्होंने कहा, ‘‘सैंटियागो की नियुक्ति महिला मुक्केबाजी के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। वह तकनीकी उत्कृष्टता और अंतरराष्ट्रीय समझ के साथ हमारी प्रणाली को मजबूत करेंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हमारे खिलाड़ियों ने दिखा दिया है कि वे दुनिया के सबसे कठिन मंचों पर भी आगे बढ़ सकते हैं और सैंटियागो के मार्गदर्शन में उनकी प्रगति को देखते हुए हमें विश्वास है कि हम दुनिया के सबसे बड़े मंचों पर भारत की उपस्थिति और महत्वाकांक्षा को मजबूत करेंगे।’’

नीवा, डी. चंद्रलाल की जगह लेंगे जो कोचिंग स्टाफ का हिस्सा बने रहेंगे।

भारतीय महिला मुक्केबाजों ने इस साल शानदार प्रदर्शन किया है और विश्व चैंपियनशिप में दो स्वर्ण पदक सहित चार पदक जीते हैं। इसके बाद घरेलू मैदान पर विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल्स में भी उन्होंने 10 पदक जीते।

भाषा आनन्द आनन्द

आनन्द


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