नई दिल्ली: Sudeep Tyagi will Join Foreign Team क्रिकेट खेलने वाले हर प्लेयर का सपना होता है कि वो एक दिन देश के लिए खेले, लेकिन हर किसी को देश के लिए खेलने का मौका नहीं मिल पाता। इसके कई कारण होते हैं। कई बार हमें लगता है कि हमारा प्रदर्शन शानदार है, लेकिन ऐसा होता नहीं है। तो वहीं कुछ खिलाड़ी सिलेक्टर्स की अनदेखी का भी शिकार हो जाते हैं। ऐसे में उन प्लेयर्स के पास रणजी खेलने के अलावा और कोई रास्ता नहीं बचता। लेकिन आज कल रणजी के कई खिलाड़ियों को प्रिमियर लीग में खेलने का मौका मिलता है और उसके बदले उन्हें मोटी रकम का भुगतान किया जाता है। भारतीय क्रिकेट टीम का भी एक ऐसा ही खिलाड़ी है, जिसे सिर्फ एक मैच के लिए टीम में शामिल किया गया था। एक मैच के बाद से उस प्लेयर को दोबार भारत के लिए खेलने का मौका नहीं मिला और अब विदेशी टीमों से उसे ऑफर मिल रहा है।
Sudeep Tyagi will Join Foreign Team दरअसल हम यहां जिस खिलाड़ी की बात कर रहे है वह कोई और नहीं बल्कि सुदीप त्यागी है। बतात्ते चले कि 2009 में जब ऑस्ट्रेलिया ने भारत का दौरा किया था तो त्यागी को टीम में चुना गया था, लेकिन उन्होंने इस सीरीज में एक भी मैच नहीं खेला। इसके बाद 12 दिसंबर 2009 को त्यागी को भारत के लिए टी20 डेब्यू करने का मौका मिला। श्रीलंका के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में उन्होंने दो ओवर में 21 रन दिए लेकिन उन्हें कोई विकेट नहीं मिला। यह उनका पहला और आखिरी टी20 मैच साबित हुआ. इसके बाद बीसीसीआई (BCCI) ने उन्हें मौके देना बंद कर दिया।
बीसीसीआई (BCCI) से नजरअंदाज किया गया यह गेंदबाज अब यूनाइटेड स्टेट्स टी10 में खेलता नजर आएगा। आपको बता दें कि यह लीग 18 अगस्त से शुरू होगी। सुदीप त्यागी लीग टीम कैलिफोर्निया नाइट्स के लिए खेलते नजर आएंगे। इस टीम में त्यागी के अलावा सुरेश रैना, इरफान पठान और मोहम्मद कैफ जैसे दिग्गज हिस्सा लेते नजर आने वाले हैं।
बीसीसीआई (BCCI) द्वारा नजरअंदाज किए गए सुदीप त्यागी के छोटे करियर की बात करें तो उन्होंने भारत के लिए चार वनडे और एक टी20 मैच खेला। उन्हें टेस्ट टीम में भी चुना गया, लेकिन डेब्यू नहीं कर सके। उन्होंने कुल 41 प्रथम श्रेणी मैच खेले और 109 विकेट लिए। 23 लिस्ट-ए मैचों में उनके नाम 321 विकेट हैं, जबकि 26 टी20 मैचों में उन्होंने कुल 16 विकेट लिए है। आईपीएल की शुरुआत में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स ने उन्हें अपने साथ जोड़ा लेकिन पीठ की चोट के कारण वह नहीं खेल सके और अपना नाम वापस ले लिया।