अदालत ने केएससीए अध्यक्ष पद के लिए शांत कुमार की उम्मीदवारी को मंजूरी दी, प्रसाद को मिलेगी चुनौती

अदालत ने केएससीए अध्यक्ष पद के लिए शांत कुमार की उम्मीदवारी को मंजूरी दी, प्रसाद को मिलेगी चुनौती

अदालत ने केएससीए अध्यक्ष पद के लिए शांत कुमार की उम्मीदवारी को मंजूरी दी, प्रसाद को मिलेगी चुनौती
Modified Date: November 29, 2025 / 03:36 pm IST
Published Date: November 29, 2025 3:36 pm IST

बेंगलुरु, 29 नवंबर (भाषा) केएन शांत कुमार को शनिवार को राहत मिली जब उच्च न्यायालय ने कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के अध्यक्ष पद के लिए उनके नामांकन पत्र को वैध घोषित कर दिया और निर्वाचन अधिकारी के पूर्व के फैसले को रद्द कर दिया।

कर्नाटक उच्च न्यायालय के आदेश का मतलब है कि भारत के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद को अब सात दिसंबर को होने वाले चुनावों के दौरान केएससीए अध्यक्ष पद के लिए चुनौती मिलेगी।

उच्च न्यायालय ने केएससीए के निर्वाचन अधिकारी से अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों की सूची प्रकाशित करने को भी कहा।

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निर्वाचन अधिकारी के 24 नवंबर के आदेश को रद्द करते हुए न्यायमूर्ति सूरज गोविंदराज ने कहा कि बाकी चुनावी प्रक्रिया उच्च न्यायालय द्वारा पहले तय किए गए कैलेंडर के अनुसार ही होनी चाहिए।

शांत कुमार के नामांकन को इससे पहले तकनीकी आधार पर खारिज कर दिया गया था। उन्होंने पीटीआई से कहा, ‘‘इसे देखने का सिर्फ एक ही तरीका है। यह एक स्वागत योग्य कदम है। मुझे बहुत राहत मिली है कि अदालत ने देखा कि मैं पात्र हूं और अब हम चुनाव के लिए तैयारी कर रहे हैं।’’

तो क्या उन्हें नया नामांकन दायर करने की जरूरत है?

द प्रिंटर्स (मैसूर) प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक शांत कुमार ने कहा, ‘‘जहां तक मैं समझ सकता हूं, (मौजूदा) नामांकन बरकरार रहेगा क्योंकि अदालत ने निर्वाचन अधिकारी का आदेश रद्द कर दिया है। निर्वाचन अधिकारी ने मेरा नामांकन खारिज कर दिया था। और यही (निर्वाचन अधिकारी का) आदेश है जिसे लेकर हम अदालत की शरण में गए थे, इसे रद्द करने की अपील की थी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘तो अदालत ने निर्वाचन अधिकारी का मेरा आवेदन खारिज करने का आदेश रद्द कर दिया है। इसलिए नामांकन कायम है।’’

प्रसाद और शांत कुमार के अलावा अन्य जाने-माने उम्मीदवार पूर्व क्रिकेटर सुजीत सोमसुंदर (उपाध्यक्ष, सचिव) और अविनाश वैद्य (संयुक्त सचिव और प्रबंध समिति सदस्य) हैं।

भाषा सुधीर पंत

पंत


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