तोक्यो में सफलता के लिये अनुचित प्रोटोकॉल से उबरने की जरूरत : बत्रा

तोक्यो में सफलता के लिये अनुचित प्रोटोकॉल से उबरने की जरूरत : बत्रा

तोक्यो में सफलता के लिये अनुचित प्रोटोकॉल से उबरने की जरूरत : बत्रा
Modified Date: November 29, 2022 / 08:43 pm IST
Published Date: June 30, 2021 12:37 pm IST

नयी दिल्ली, 30 जून (भाषा) भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने बुधवार को स्वीकार किया कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर तोक्यो ओलंपिक आयोजकों द्वारा भारतीय खिलाड़ियों पर लगाये ‘अनुचित’ प्रतिबंधों से बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं है और उन्होंने देश के खिलाड़ियों से इन अतिरिक्त प्रतिबंधों के लिये मानसिक रूप से तैयार रहने की अपील की।

बत्रा ने कहा कि खिलाड़ियों के अभ्यास और भोजन व्यवस्था जैसे कई मसलों पर आईओए को अब भी आयोजन समिति से स्पष्टीकरण का इंतजार है और उम्मीद व्यक्त कि 23 जुलाई से शुरू होने वाले ओलंपिक खेलों से पहले कुछ मसलों का समाधान निकल आएगा।

बत्रा ने पीटीआई से कहा, ‘‘हम वर्तमान परिस्थिति के अनुसार स्वयं को तैयार करने का प्रयास कर रहे हैं और यदि ऐसी स्थिति बनी रहती है तो हमें इसके अनुसार चलना होगा, इससे बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं है। ’’

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भारत उन 11 देशों में शामिल है जिन्हें जापान सरकार ने उच्च जोखिम वाला माना है। इन देशों से आने वाले खिलाड़ियों को रवानगी से पहले एक सप्ताह तक कोविड-19 का परीक्षण करवाने के लिये कहा गया है। इसके अलावा खिलाड़ियों को जापान पहुंचने के बाद तीन दिन के कड़े पृथकवास से गुजरना होगा।

बत्रा ने कहा कि पृथकवास के दौरान अभ्यास की छूट देने के लिये अब भी बातचीत चल रही है।

उन्होंने कहा, ‘‘तोक्यो आयोजन समिति बेहद सहयोगी और मददगार रही है। प्रत्येक देश के भिन्न दिशानिर्देश होते हैं। महामारी से संबंधित दिशानिर्देश आयोजन समिति ने तैयार नहीं किये हैं। वे भी संबंधित सरकारों ने ही तैयार किये हैं। ’’

बत्रा ने कहा, ‘‘सरकार के साथ बातचीत करने और जवाब हासिल करने में समय लगता है। वे अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे है और हमें जो भी प्रतिक्रिया मिल रही है वह सकारात्मक है। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘कई मसले सुलझा लिये गये हैं तथा कई चीजों पर हमने अधिक स्पष्टीकरण के लिये कहा है। अभी काफी समय है और उम्मीद है कि हमें जो स्पष्टीकरण चाहिए वे मिल जाएंगे।’’

आईओए ने जो स्पष्टीकरण मांगे है उनमें भारतीयों के लिये अभ्यास स्थलों की पहचान करना है।

बत्रा ने कहा, ‘‘स्पष्टीकरण जैसे खिलाड़ी अपना भोजन कहां करेंगे, वे जिम में कहां जाएंगे, वे अभ्यास कहां करेंगे। पहले तीन दिनों के बारे में, यह पृथकवास नहीं बल्कि कुछ विशेष शर्तें हैं। हमें अब भी इन विषयों पर जवाब का इंतजार है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘यह शर्त कि हम प्रतियोगिता से तीन से पांच दिन पहले अभ्यास नहीं कर सकते, अनुचित है क्योंकि यह वह समय होता है जबकि खिलाड़ी अपने चरम पर पहुंचता है। यदि इस दौरान वह जड़वत रहते हैं और उनके आहार का ध्यान नहीं रखा जाता है तो यह अनुचित है। ’’

बत्रा ने हालांकि उम्मीद जतायी कि खिलाड़ी इससे उबरने में सफल रहेंगे।

उन्होंने कहा, ‘‘आप पिछले पांच वर्षों से इन खेलों की तैयारी कर रहे हो लेकिन मैं जानता हूं कि ये बातें आपके दिमाग में रहती है। मुझे लगता है कि इन चीजों को दिमाग से बाहर निकालकर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। ’’

भाषा

पंत नमिता

नमिता


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