हम हर मैच में हावी होने और रहम नहीं दिखाने की मानसिकता के साथ उतरते हैं: पारुनिका

हम हर मैच में हावी होने और रहम नहीं दिखाने की मानसिकता के साथ उतरते हैं: पारुनिका

हम हर मैच में हावी होने और रहम नहीं दिखाने की मानसिकता के साथ उतरते हैं: पारुनिका
Modified Date: January 31, 2025 / 07:27 pm IST
Published Date: January 31, 2025 7:27 pm IST

कुआलालंपुर, 31 जनवरी (भाषा) बाएं हाथ की स्पिनर पारुनिका सिसोदिया ने शुक्रवार को अपनी टीम को आईसीसी अंडर-19 महिला टी20 विश्वकप के फाइनल में जगह दिलाने के बाद कहा कि दबाव की चिंता नहीं करना और विरोधी टीम पर ‘दया नहीं दिखाना’ भारतीय टीम की पहचान रही है।

भारत रविवार को फाइनल में दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगा और खिताब बरकरार रखने से सिर्फ एक जीत दूर है। पारुनिका ने कहा कि टीम हर मैच में हावी होने के दृढ़ संकल्प के साथ उतरती है।

भारत ने इंग्लैंड को नौ विकेट से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। दक्षिण अफ्रीका ने दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट से हराया।

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इंग्लैंड के खिलाफ 21 रन पर तीन विकेट चटकाने वाली पारुनिका ने मैच के बाद आईसीसी से कहा, ‘‘हमने यह फैसला कर लिया है कि हम दबाव की चिंता नहीं करेंगे, हम बस खेल का मजा लेंगे। जो भी होगा हम मिलकर इसका सामना करेंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम सात या आठ महीनों से एक साथ खेल रहे हैं। हमारा सहयोगी स्टाफ हमेशा साथ देने के लिए मौजदूा रहा है और सुनिश्चित करता है कि हम साथ रहें और मजे करें।’’

इंग्लैंड ने चार ओवर में बिना विकेट के 37 रन बनाकर अच्छी शुरुआत की लेकिन इसके बाद पारुनिका ने उसे लगातार दबाव में रखा। उन्होंने तुरंत प्रभाव डालते हुए जेमिमा स्पेंस और ट्रूडी जॉनसन को आउट करके रनों के प्रवाह को रोका और फिर खतरनाक कैटी जोन्स को आउट करके इंग्लैंड को आठ विकेट पर 113 रन पर रोका।

जी कमालिनी ने इसके बाद शानदार अर्धशतक लगाया जिससे भारत ने 15 ओवर में एक विकेट के नुकसान पर लक्ष्य हासिल कर लिया।

पारुनिका ने कहा, ‘‘यही हमारा लक्ष्य था, फाइनल में पहुंचना और पूरे टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करना। हम यहां हावी होने के लिए आए हैं और हर बार जब हम मैदान में उतरते हैं तो यही हमारा लक्ष्य होता है, हम हावी होने और बिना रहम दिखाए खेलने जा रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मैं मैच की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बनने या विकेट लेने से ज्यादा इसलिए खुश हूं कि हम फाइनल में हैं। अब मैं सहज महसूस कर रही हूं क्योंकि हम आखिरकार वहां पहुंच गए हैं, एक और मैच बाकी है।’’

भाषा सुधीर आनन्द

आनन्द


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