हमें लगा था कि पिच स्पिनरों के लिए मददगार होगी लेकिन यह धीमी हो गयी: डोएशे

हमें लगा था कि पिच स्पिनरों के लिए मददगार होगी लेकिन यह धीमी हो गयी: डोएशे

हमें लगा था कि पिच स्पिनरों के लिए मददगार होगी लेकिन यह धीमी हो गयी: डोएशे
Modified Date: October 12, 2025 / 07:35 pm IST
Published Date: October 12, 2025 7:35 pm IST

नयी दिल्ली, 12 अक्टूबर (भाषा) वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद भारत के सहायक कोच रेयान टेन डोएशे ने स्वीकार किया कि पिच के धीमा होने से बल्लेबाजी काफी आसान हो गई है, जिससे भारतीय स्पिनरों को चौथे दिन काफी मेहनत करनी पड़ेगी।

भारत ने रविवार को वेस्टइंडीज को फालोऑन खेलने पर मजबूर किया, लेकिन जॉन कैंपबेल और शाई होप ने भारतीय स्पिनरों का डटकर सामना करते हुए अर्धशतक जड़े और टीम की दूसरी पारी को मजबूती दी।

डोएशे ने कहा, ‘‘ हमें लगा था कि पिच धीरे-धीरे और खराब होती जाएगी और दिन के अंत तक बल्लेबाजों के लिए मुश्किल बढ़ जायेगी लेकिन ऐसा लग रहा है कि यह और भी धीमी हो गई है। गेंदबाजों के लिए अब गति हासिल करना काफी चुनौतीपूर्ण हो गया है।’’

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उन्होंने कहा कि गेंदबाजों को विकेट लेने के लिए गति में बदलाव करने होंगे। उन्होंने कहा, ‘‘जब आप गेंद को तेजी से फेंकते हैं, तो वह कम स्पिन करती है और अगर आप धीरे डालते हैं तो बल्लेबाज के पास ज्यादा समय होता है। गेंदबाज के तौर पर आपकी स्थिति दोधारी तलवार जैसी है।’’

नीदरलैंड के इस पूर्व हरफनमौला ने कहा, ‘‘आपने देखा होगा कि वॉशिंगटन सुंदर ने जब भी धीमी गेंद डाली तब गेंद ने ज्यादा टर्न लिया। उस वक्त हालांकि बल्लेबाज के पास खेलने का वक्त भी ज्यादा था। गेंदबाजों को गति में बदलाव के साथ बल्लेबाज को गलती करने के लिए मजबूर करना होगा।

डोएशे ने इस मौके पर वेस्टइंडीज के सलामी बल्लेबाज कैंपबेल की तारीफ की। बायें हाथ का यह बल्लेबाज 87 रन पर नाबाद है।  उन्होंने स्पिनरों के खिलाफ आक्रामक शॉट का अच्छा इस्तेमाल किया।

भारत के सहायक कोच ने कहा, ‘‘हमें बेहद धैर्य से काम लेना होगा। कैंपबेल ने बेहतरीन स्वीप शॉट्स खेले। यह हमारे लिए एक रणनीतिक चेतावनी है। कई बार हम अपने गेंदबाजों से बहुत अपेक्षा करते हैं, जबकि पिच से कोई मदद नहीं मिल रही होती।’’

भाषा आनन्द आनन्द

आनन्द


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