छत्तीसगढ़ में 1570 मेगावॉट बिजली का संकट, सेंट्रल पोल से की जा रही सप्लाई
छत्तीसगढ़ में 1570 मेगावॉट बिजली का संकट, सेंट्रल पोल से की जा रही सप्लाई
छत्तीसगढ़ विद्युत उत्पादन कंपनी के कोरबा स्थित अलग-अलग संयंत्रों के उद्योगों से 3400 मेगावॉट बिजली पैदा होनी चाहिए। लेकिन इनसे सिर्फ 1830 मेगावॉट बिजली ही पैदा हो पा रही है। इसकी वजह से प्रदेश में 1570 मेगावॉट बिजली का संकट खड़ा हो गया है। इस कमी को पूरा करने इसकी आपूर्ति सेंट्रल पोल से की जा रही है। छत्तीसगढ़ विद्युत उत्पादन कंपनी पूर्व की उत्पादन क्षमता 440 मेगावॉट है, लेकिन यहां से सिर्फ 150 मेगावॉट बिजली ही पैदा हो रही है। इसी तरह छत्तीसगढ़ विद्युत उत्पादन कंपनी के पश्चिम संयंत्र की उत्पादन क्षमता 1340 मेगावाट है, जहां सिर्फ 570 मेगावॉट बिजली का उत्पादन हो रहा है। डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी पावर प्लांट में 500 मेगावॉट की बजाय दोनों यूनिट से 460 मेगावॉट बिजली का उत्पादन हो रहा है। छत्तीसगढ़ विद्युत उत्पादन कंपनी के मडवा प्रोजेक्ट से 1000 मेगावाट की बजाय दोनों यूनिट से सिर्फ 600 मेगावॉट बिजली की आपूर्ति हो रही है। बांगो स्थित हाइडल पावर प्लांट में 40-40 मेगावॉट के 3 इकाइयां हैं। जिसमें से एक बंद है, जबकि दो इकाइयों से 60 मेगावॉट बिजली ही पैदा हो रही है।

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