कांकेर। जिले के ठेलकाबोड़ गांव मे 2 शावक भालुओं की मौत कुएं में गिरने से हो गई। माना जा रहा है कि भोजन की तलाश में भालू गांव की ओर आए होंगे तब ये हादसा हुआ होगा। वन अमले ने शवकों के शव निकाल कर पीएम के लिए भेज दिए है। लेकिन शावकों की मं मादा भालू अपने बच्चों के ना मिलने से आक्रमक होकर शहर और आसपास घूम रही है।
रिहायशी इलाके होने के कारण मादा भालू के हमले का खतरा बना हुआ है। ठेलकाबोड़ और गोविंदपुर दोनों जगह भालू को लोगों के बीच से निकलते देखा गया है। वह लोगों पर हमला ना करे दे इसलिए वन विभाग ने गांव में मुनादी करा कर लोगों को घर मे रहने की सलाह दी हैं। मादा भालू गांव के साथ-साथ शहर में भी घूम रही है। आसपास स्कूल होने से खतरा और भी बढ़ गया है।
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बता दें कि 10 दिन के अंदर 4 भालुओं की मौत हो चुकी है। ये भालू भोजन की तलाश में रिहायशी इलाकों के ओर आए थे। ऐसे में भालुओ को जंगल मे रखने के लिए चलाई जा रही जामवंत योजना पर सवालिया निशान खड़ा होता है।