मैला ढोने की कुप्रथा को समाप्त करने के लिए अमिताभ बच्चन ने लिया संकल्प, कहा- असंवैधानिक- गैर कानूनी होने के बावजूद जीवित है कुप्रथा | Amitabh Bachchan resolves to end manual scavenging

मैला ढोने की कुप्रथा को समाप्त करने के लिए अमिताभ बच्चन ने लिया संकल्प, कहा- असंवैधानिक- गैर कानूनी होने के बावजूद जीवित है कुप्रथा

मैला ढोने की कुप्रथा को समाप्त करने के लिए अमिताभ बच्चन ने लिया संकल्प, कहा- असंवैधानिक- गैर कानूनी होने के बावजूद जीवित है कुप्रथा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 07:55 PM IST, Published Date : October 14, 2020/1:40 pm IST

मुंबई, 14 अक्टूबर (भाषा) । अमिताभ बच्चन ने कहा कि उन्होंने हाथ से मैला ढोने की कुप्रथा को समाज से समाप्त करने के लिए अभियान में योगदान देने का संकल्प लिया है।

बच्चन ने मंगलवार रात को ट्वीट किया, “… हाथ से मैला ढोने की कुप्रथा असंवैधानिक और गैर कानूनी होने के बावजूद जीवित है और लोग यह काम कर रहे हैं। मैंने ऐसे लोगों के भले के लिए अभियान में भाग लेने का संकल्प लिया है।”

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हाथ से मैला ढोने और सीवर की सफाई करने से देश में सैकड़ों सफाई कर्मचारियों की मौत हो जाती है। इसका खामियाजा विशेषकर उन लोगों को भुगतना पड़ता है जिन्हें जातिगत भेदभाव के कारण ऐसा करने पर मजबूर होना पड़ता है।

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बच्चन ने अपने ब्लॉग पर लिखा, “… अमानवीय परिस्थितियों और वातावरण में काम करने वालों को समाज से तिरस्कार झेलना पड़ता है। वे अपमानजनक स्थिति में काम करते हैं और उन्हें अपने अस्तित्व के लिए यह सब झेलना पड़ता है।”