पंडोखर महाराज भी उतरे सियासी मैदान में, बनाई पार्टी, कहा- जनता कहे तो खुद भी लड़ूंगा

पंडोखर महाराज भी उतरे सियासी मैदान में, बनाई पार्टी, कहा- जनता कहे तो खुद भी लड़ूंगा

पंडोखर महाराज भी उतरे सियासी मैदान में, बनाई पार्टी, कहा- जनता कहे तो खुद भी लड़ूंगा
Modified Date: November 29, 2022 / 08:05 pm IST
Published Date: October 30, 2018 9:23 am IST

भोपाल। चुनावी मौसम में मध्यप्रदेश की सियासत में एक और महाराज की एंट्री हुई है। पंडोखर महाराज साझी विरासत पार्टी के बने प्रदेश अध्यक्ष बने हैं। उन्होंने कहा है कि पार्टी मप्र में 50 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। पंडोखर महाराज ने कहा कि सेवड़ा की जनता कहेगी तो मैं खुद भी चुनाव लड़ने को तैयार हूं।

उन्होंने कहा कि फ़िलहाल किसी दूसरे उम्मीदवार को सेवड़ा से चुनाव लड़ाने पर विचार कर रहे हैं। पंडोखर महाराज से शिवराज सरकार से पंडोखर महाराज ने नाराजगी जताई है। बता दें कि इससे पहले इसी वर्ष जून में खबर आई थी कि पंडोखर महाराज राजनीति में आ सकते हैं। पंडोखर सरकार के नाम से जानने वाले महंत गुरुशरण महाराज ने उन्होंने मार्च में सेंवढ़ा सनकुआं धाम से कलश यात्रा के साथ भगुवापुरा इंदरगढ़ रोड से पंडोखर धाम तक निकाली थी। पंडोखर सरकार गुरूशरण महाराज वर्तमान में भांडेर जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष भी हैं।

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इससे पहले वे ग्राम पंचायत पंडोखर में वार्ड के पंच रहे तथा उपसरपंच भी रहे। अब वह विधानसभा में पहुंचने का मन बना रहे हैं। गौरतलब है कि मप्र सरकार में मंत्री उमाशंकर गुप्ता, विश्वास सारंग, महापौर आलोक शर्मा समेत ग्वालियर-दतिया के कई मंत्री इनके भक्त बताए जाए हैं। साथ ही, दतिया की तीन सीटों पर इनका प्रभाव माना जाता है

वेब डेस्क, IBC24


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