प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज फिल्म नायक के उस दृश्य को याद दिला दिए जब अनिल कपूर एक दिन का सीएम बनकर धड़ाधड़ फैसले लेता है। खैर हमारे मुख्यमंत्री पुरे 14 साल के बाद इस तरह का फैसला लिए हैं ये फैसला ऐसा जिसे सुनकर छत्तीसगढ़ की जनता थोड़ी खुश हो जाएगी। हुआ ये की आज डॉ. रमन सिंह कबीरधाम जिले के बोड़ला विकासखंड के दूरस्थ आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र तरेगांव जंगल में अपने एक दिवसीय प्रवास के दौरान एकलव्य आवासीय हायर सेकेण्डरी विद्यालय पहुंचे। उन्होंने विद्यालय के बच्चों के साथ भोजन ग्रहण किया। इस दौरान उन्होंने छात्रों से उनके पढ़ाई के बारे में बातचीत की। इस दौरान उन्होंने विद्यालय परिसर में भ्रमण किया और छात्रों के लिए निर्मित डायनिंग हॉल को भी देखा। लेकिन जैसे ही उनकी नज़र विद्यालय के बाटरूम पर पड़ी वे आग बबूला हो गए और फैसला भी ऐसा लिया की उनके उड़ान भरने से लेकर रायपुर पहुंचने के बीच सहायक आयुक्त एमएल देशलहरा निलंबित हो चुके थे.
सीएम ने वहां से निकलते साथ उन्हें निलंबन का आदेश जारी कर दिया। हुआ यूं की मंत्री मूणत टॉयलेट गए तो वहां गंदगी पसरी हुई थी। मंत्री को मजबूरी थी इसलिए वे नाक पर रुमाल रखकर आगे चले गए इसके बाद सीएम ने स्कूल का मुआयना किया। सीएम ने भी टॉयलेट की गंदगी को वॉच किया। जाहिर है, इसके बाद तो किसी न किसी को निबटना ही था। सरकार हेलिकाप्टर पर बैठे और असिस्टेंट कमिश्नर पर कार्रवाई का निर्देश जारी हो गया। बताते हैं, तरेगांव से सीधे ट्राईबल सिकरेट्री रीना बाबा कंगाले को फोन हुआ, और उन्होंने सस्पेंशन का आदेश निकालने में देर नहीं लगाई। हालांकि, आदेश में उन्होंने टॉयलेट की गंदगी की बजाए स्कूल की साफ-सफाई एवं अन्य व्यवस्थाओं का अभाव लिखा है।