Electricity Bill Price Per Unit ‘अगले 5 साल तक नहीं बढ़ेंगी बिजली की दरें’ नए साल से पहले आम जनता को बड़ी सौगात, महंगी बिजली से भी मिलेगी राहत

Electricity Bill Price Per Unit 'अगले 5 साल तक नहीं बढ़ेंगी बिजली की दरें' नए साल से पहले आम जनता को बड़ी सौगात, महंगी बिजली से भी मिलेगी राहत

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  • Publish Date - December 21, 2025 / 02:17 PM IST,
    Updated On - December 21, 2025 / 02:18 PM IST

Electricity Bill Price Per Unit 'अगले 5 साल तक नहीं बढ़ेंगी बिजली की दरें' नए साल से पहले आम जनता को बड़ी सौगात / Image

HIGHLIGHTS
  • आगामी 5 वर्षों तक बिजली की दरों में कोई वृद्धि नहीं होगी
  • थेनजावल में 10 मेगावाट का सोलर प्लांट शुरू
  • बिजली उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अग्रसर

आईजोल:Electricity Bill Price Per Unit  देश के कई राज्यों में इन दिनों महंगी बिजली को लेकर आम जनता हलाकान है। मध्यप्रदेश से भी खबर आ रही है कि आगामी दिनों में बिजली की कीमत 10 प्रतिशत तक बढ़ सकती है। ऐसे में जनता को राहत देने वाली खबर सामने आई है। दरअसल मिजोरम सरकार ने बिजली की कीमतों में अगले 5 साल तक बढ़ोतरी नहीं करने का फैसला लिया है। इस बात की जानकारी खुद प्रदेश के सीएम लालदुहोमा ने दी है।

Electricity Bill Price Per Unit दरअसल सीएम लालदुहोमा थेनजावल में 10 मेगावाट क्षमता वाले सोलर पावर प्लांट का उद्घाटन करने पहुंचे थे। यहां उन्होंने प्रदेश की जनता को सौगात देते हुए कहा कि अगले 5 साल तक बिजली दरों में बढ़ोतरी नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस कदम से घरेलू उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी, सतत आर्थिक गतिविधियों को समर्थन मिलेगा और पूरे राज्य में नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा। 10 मेगावाट क्षमता वाला थेनजावल सोलर पावर प्रोजेक्ट नाबार्ड के वित्तीय सहयोग से 74.82 करोड़ रुपए की लागत से निर्मित किया गया है.

मुख्यमंत्री ने बताया कि आइजोल जिले के सुमसुईह में प्रस्तावित 5 मेगावाट के सोलर पार्क पर काम शुरू हो चुका है और इसके शीघ्र पूरा होने की उम्मीद है। इसके अलावा राज्य में कई अन्य सोलर पार्क भी प्रस्तावित हैं, जिनमें केइफांग (10 मेगावाट), सेरछिप के तुमतुइतलांग (10 मेगावाट), बॉकमुअल-ह्मुनह्मेलथा (10 मेगावाट पी), ह्नाथियाल के डेनलुंग राम (10 मेगावाट पी), लालेन के त्लाबुंग त्लांग (6 मेगावाट पी) और लामजावल के दावहजौ जौ (20 मेगावाट पी) शामिल हैं।

लालदुहोमा ने यह भी घोषणा की कि 676 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत वाली 24 मेगावाट की तुइरिनी जलविद्युत परियोजना का शिलान्यास निकट भविष्य में किया जाएगा। साथ ही 132 मेगावाट की तुइवाई जलविद्युत परियोजना की योजना पर भी तेजी से काम चल रहा है। इसके पूरा होने के बाद मिजोरम के ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता काफी हद तक बढ़ने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिक रखरखाव लागत के कारण सात पुरानी जलविद्युत परियोजनाओं को आउटसोर्स करने का प्रस्ताव है, जिसमें कई कंपनियों ने रुचि दिखाई है।

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सरकार ने बिजली की दरों को लेकर क्या घोषणा की है?

अगले 5 साल तक प्रदेश में बिजली की दरों (Electricity Rates) में कोई बढ़ोतरी नहीं की जाएगी।

थेनजावल सोलर पावर प्रोजेक्ट की क्षमता और लागत क्या है?

इस सोलर पावर प्लांट की क्षमता 10 मेगावाट है और इसे नाबार्ड के सहयोग से 74.82 करोड़ रुपए की लागत से बनाया गया है।

राज्य में कौन सी बड़ी जलविद्युत परियोजनाएं प्रस्तावित हैं?

राज्य में 24 मेगावाट की तुइरिनी जलविद्युत परियोजना और 132 मेगावाट की तुइवाई जलविद्युत परियोजना पर काम चल रहा है।

क्या मिजोरम सरकार पुरानी बिजली परियोजनाओं को प्राइवेट कर रही है?

हाँ, अधिक रखरखाव लागत के कारण सरकार ने 7 पुरानी जलविद्युत परियोजनाओं को आउटसोर्स करने का प्रस्ताव रखा है, जिसमें कई निजी कंपनियों ने रुचि दिखाई है।

सोलर पार्क मिशन के तहत किन अन्य क्षेत्रों को शामिल किया गया है?

मिशन के तहत केइफांग (10MW), सेरछिप (10MW), लालेन (6MW) और लामजावल (20MW) जैसे कई क्षेत्रों में नए सोलर पार्क बनाने की योजना है।