दीपावली पर प्रदूषण का स्तर जांचने विभाग सक्रिय, तीन दिनों तक ​तीन मशीनें इस तरह रखेंगी आबोहवा पर नजर …देखिए

दीपावली पर प्रदूषण का स्तर जांचने विभाग सक्रिय, तीन दिनों तक ​तीन मशीनें इस तरह रखेंगी आबोहवा पर नजर ...देखिए

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  • Publish Date - October 26, 2019 / 12:39 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:51 PM IST

कोरबा। शनिवार को पर्यावरण संरक्षण मंडल द्वारा शहर में तीन मशीनें लगाकर आबोहवा का स्तर देखा गया। अब दिवाली और उसके बाद का स्तर देखकर रिपोर्ट तैयार की जाएगी। पिछले साल विभाग ने सिर्फ दिवाली से पहले और दिवाली के दिन का स्तर जांचा था। इस बार तीन दिन तक प्रदूषण का स्तर देखा जाएगा। दिवाली में हर वर्ष नियमों की अनदेखी की जाती है। विभाग द्वारा इस पर लगाम कसने किसी तरह की खास कवायद नहीं की जाती है। मानकों से ज्यादा आवाज वाले पटाखे फूटते हैं और प्रदूषण बढ़ता है।

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बता दें कि मुख्य बाजार स्टेडियम में मानक के अनुरूप ही पटाखों की बिक्री होती है। अन्य स्थानों पर चोरी-छिपे अधिक ध्वनि वाले पटाखे बेच जाते हैं। पिछले कई वर्षो से यही सिलसिला चला आ रहा है। शहर सहित उपनगरीय क्षेत्रों में लाखों रुपए का पटाखा व्यापार होता है। कोरबा पहले ही प्रदूषण के मामले में संवेदनशील है। पटाखों के कारण भी प्रदूषण अधिक होता है। पर्यावरण सरंक्षण मंडल प्रदूषण मापनेे तीन यंत्र लगाए गए हैं। शनिवार को दिवाली से पहले शहर का प्रदूषण का हाल देखा गया।

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अधिकारियों के मुताबिक दिवाली से पहले शहर की हवा और ध्वनि प्रदूषण का स्तर दायरे में था। अब दिवाली के दिन रविवार को फिर से स्तर देखा जाएगा। उसके बाद 29 को फिर से मशीनें लगाकर तीन दिन की रिपोर्ट तैयार कर मुख्यालय भेजी जाएगी। हर बार विभाग द्वारा कोरबा के टीपीनगर चौक, तहसील कार्यालय व जमनीपाली में मशीनें लगाई जाती है। इस बार विभाग ने टीपीनगर चौक के बजाए पुराना बस स्टैंड स्थित गीतांजलि भवन परिसर में मशीन लगाई गई है।

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दरअसल टीपीनगर चौक पूरी तरह से कर्मिशियल क्षेत्र होने की वजह से दिवाली के दिन दुकानें बंद रहती है। जबकि पुराना बस स्टैंड के चारों ओर घना रहवासी क्षेत्र है। इसलिए इन क्षेत्रों में प्रदूषण का स्तर अधिक रहता है। रेस्पीरबेल सस्पेंड पर्टीकुलर मेटर के अनुसार वायु प्रदूषण 100 माइक्रोग्राम प्रति एमक्यू होनी चाहिए। इसी तरह ध्वनि प्रदूषण सुबह छ: से रात दस बजे तक 55 डेसीबल व रात 10 से सुबह छ: बजे 45 डेसीबल होनी चाहिए।

 

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