किसानों को पराली जलाने से हतोत्साहित करें, लेकिन दंडात्मक कार्रवाई न करें: नीतीश

किसानों को पराली जलाने से हतोत्साहित करें, लेकिन दंडात्मक कार्रवाई न करें: नीतीश

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Modified Date: November 29, 2022 / 08:07 PM IST
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Published Date: December 14, 2020 3:17 pm IST
किसानों को पराली जलाने से हतोत्साहित करें, लेकिन दंडात्मक कार्रवाई न करें: नीतीश

पटना, 14 दिसंबर (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य के किसानों के बीच पराली जलाने का चलन बढ़ने पर गंभीर चिंता जताते हुए सोमवार को शीर्ष अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे हवाई सर्वेक्षण के जरिए हालात का जायजा लें तथा दंडात्मक कार्रवाई के बगैर रोकथाम के उपाय करें।

यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कुमार ने किसानों के साथ उचित संवाद कायम करने, उनकी समस्याएं सुनने, पराली जलाने के नुकसानों की उन्हें जानकारी देने तथा पराली के वैकल्पिक इस्तेमाल पर सरकार से मिलने वाले लाभों के बारे में उन्हें बताने की जरूरत पर जोर दिया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों को यह बताया जाना चाहिए कि सरकार रोटरी मल्चर, स्ट्रॉ रीपर, स्ट्रॉ बालेर तथा रीपर कम बाइंडर की खरीद के लिए 75 फीसदी सब्सिडी दे रही है, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए यह 80 प्रतिशत है।

उन्होंने कहा कि इन उपकरणों के इस्तेमाल से किसान को पराली जलाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी तथा कृषि से होने वाली उनकी आय भी बढ़ेगी क्योंकि कृषि से निकलने वाले कचरे को रिसाइकल किया जा सकेगा और उनके इस्तेमाल से कई वस्तुएं बनाई जा सकेगी।

नीतीश यहां एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे जिसमें ‘जलवायु के अनुरूप कृषि’ पहल की पूरे राज्य के लिए शुरुआत की गई है।

भाषा

मानसी माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)