जल्दी घर जाकर बच्चे पैदा कर सके कर्मचारी, इसलिए कंपनियों ने लिया अहम फैसला

जल्दी घर जाकर बच्चे पैदा कर सके कर्मचारी, इसलिए कंपनियों ने लिया अहम फैसला

जल्दी घर जाकर बच्चे पैदा कर सके कर्मचारी, इसलिए कंपनियों ने लिया अहम फैसला
Modified Date: November 29, 2022 / 08:30 pm IST
Published Date: July 15, 2021 9:50 am IST

नई दिल्ली। दुनिया में सबसे अधिक आबादी वाला देश चीन कुछ समय पहले बढ़ती जनसंख्या पर रोक लगाने के लिए सख्ती बरत रहा था, अब वही चीन अब फिर से बच्चों की संख्या बढ़ाने के लिए कोशिशों में जुट गया है। चीन की ज्यादातर आबादी बुढ़ापे की तरफ बढ़ने लगी है, यही वजह है कि अब वहां नियमों में कुछ ढील दी गई है ताकि देश के युवा जोड़े प्रजनन दर को बढ़ा सकें, इसके लिए वहां की कंपनियों ने अब काम के ओवरटाइम को खत्म करने का फैसला किया है।

ये भी पढ़ें: बच्चों की देखभाल को लेकर अभिभावकों में बढ़ती असुरक्षा और उसके कारण

चीन में कर्मचारियों के पेशेवर और निजी जिंदगी में संतुलन को बेहतर बनाने के लिए चीनी टेक कंपनियां देश में वीकेंड पर ओवरटाइम संस्कृति को खत्म कर रही है, इसके पीछे का मुख्य कारण युवा जोड़ों को ज्यादा से ज्यादा समय देना है ताकि वो अपने परिवार को आगे बढ़ा सकें। वीडियो शेयरिंग ऐप टिकटॉक की पैरेंट कंपनी चीनी टेक फर्म बाइटडांस उन दो अन्य टेक फर्मों में शामिल हो गई है जिन्होंने हाल ही में अपनी ओवरटाइम कार्य नीति को रद्द कर दिया। इस कदम का उद्देश्य चीन में घटती प्रजनन दर को बढ़ाने के अपने राष्ट्रीय उद्देश्य को हासिल करने में मदद करना है, यह नीति इसी साल 1 अगस्त से पूरी तरह लागू हो जाएगी।

 ⁠

ये भी पढ़ें: बड़ी फार्मा कंपिनयों को कोविड-19 की दवा की वजह से मिली प्रतिष्ठा ज…

चीन में कर्मचारियों से एक दिन में 12-12 घंटे काम करवाया जाता है, सप्ताह के 6 दिन सुबह 9 बजे रात 9 बजे तक चीनी कंपनियों वहां कर्मचारियों से काम लेती है जिसे अब सुबह 9 बजे से 6 बजे तक करने की योजना है ताकि युवाओं को ज्यादा समय मिल पाए। दरअसल, वहां युवा जोड़े काम का अधिक बोझ महसूस करते हैं जिसका असर उनके निजी जिंदगी पर भी पड़ रहा है, पिछले साल चीन में राष्ट्रीय प्रजजन दर 1.3 के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई थी। इसका मुख्य कारण वहां “नेई जुआन” को बताया गया है जिसका अर्थ होता है कि कंपनी में अन्य कर्मचारी दूसरे कर्मचारी से प्रतिस्पर्धा करने के लिए दबाव में आ जाते हैं ताकि वे पीछे न रहें।

ये भी पढ़ें: कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र वालों पर काम करेगा कोविड-19 का टीका?

ओवरटाइम संस्कृति को कम करने से “नेई जुआन” कम होगा जो चीनी कर्मचारियों के लिए फायदेमंद साबित होगा, द स्ट्रेट टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि ओवरटाइम कार्य संस्कृति को खत्म करने के पीछे का उद्देश्य “नवजात शिशुओं की घटती संख्या को बढ़ाने के राष्ट्रीय उद्देश्य को पूरा करना है।

चीनी टेक फर्म कुआइशौ ने पिछले महीने और लाइटस्पीड एंड क्वांटम स्टूडियो ने दो सप्ताह पहले ओवरटाइम काम को लेकर नीतिगत बदलावों की घोषणा की। कुआइशौ बाइटडांस की एक प्रतियोगी कंपनी है, लाइटस्पीड और क्वांटम स्टूडियो एक वीडियो गेम डेवलपर है जो लोकप्रिय गेम पबजी चलाता है। दोनों फर्मों को चीन की सबसे बड़ी बहुराष्ट्रीय कंपनियों में से एक Tencent का समर्थन प्राप्त है।

टेक फर्मों की घोषणाएं जल्द ही चीनी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो पर बहस का विषय बन गईं है। वहीं विश्लेषक इस फैसले के लिए देश के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के “श्रमिकों की सुरक्षा को मजबूत करने” के आह्वान का हवाला दे रहे हैं।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com