मध्यप्रदेश में किसानों का ऐसा सम्मान, अब दो पत्नियां भी मान्य

मध्यप्रदेश में किसानों का ऐसा सम्मान, अब दो पत्नियां भी मान्य

मध्यप्रदेश में किसानों का ऐसा सम्मान, अब दो पत्नियां भी मान्य
Modified Date: November 29, 2022 / 08:41 pm IST
Published Date: July 5, 2019 4:32 am IST

भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार अब उन किसानों को भी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के लिए पात्र मानेगी जिनकी दो पत्नियां है। मध्यप्रदेश में इस तरह के मामले सामने आने के बाद राजस्व विभाग ने किसानों की जानकारी जुटाने के लिए बनाए गए सॉफ्टवेयर में यह विकल्प जोड़ दिया है। विभाग को 20 जुलाई तक किसानों की जानकारी केंद्र सरकार के पोर्टल पर अपलोड करना है।

बता दें कि योजना के तहत पति-पत्नी और उनके नाबालिग बच्चों को एक परिवार माना गया है। जबकि बालिग बच्चे को अलग परिवार माना गया है। विभाग ने सर्वे शुरू किया तो ऐसे मामले भी सामने आए, जिनमें किसान की दो पत्नियां हैं। इसे लेकर मैदानी स्तर पर उलझन बढ़ी तो विभाग को सॉफ्टवेयर में विकल्प जोड़ना पड़ा।

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इस प्रकार किसी किसान की दो पत्नियां हैं तो उन्हें एक ही परिवार मानते हुए उनका एक कृषि खाता माना जाएगा। इसमें उसके नाबालिग बच्चे भी शामिल रहेंगे, लेकिन बालिग बच्चों को अलग यूनिट मानते हुए योजना का लाभ अलग से दिया जाएगा। योजना के तहत प्रत्येक किसान को साल में तीन बार दो-दो हजार रुपए के मान से छह हजार रुपए सम्मान निधि दी जाएगी। केंद्र सरकार ने यह योजना लोकसभा चुनाव के ठीक पहले शुरू की थी।

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राजस्व विभाग के मुताबिक प्रदेश में 80 लाख किसान परिवार हैं, जिसमें से 25 लाख का सत्यापन कर लिया गया है। ये डाटा अगले दो से तीन दिन में केंद्रीय कृषक पोर्टल पर अपलोड कर दिया जाएगा। जबकि शेष किसानों का सत्यापन 20 जुलाई तक कराने का लक्ष्य है।

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लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com