फर्जी दस्‍तावेजों के जरिये सेना में भर्ती कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़, सिपाही समेत पांच गिरफ्तार

फर्जी दस्‍तावेजों के जरिये सेना में भर्ती कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़, सिपाही समेत पांच गिरफ्तार

  •  
  • Publish Date - November 11, 2020 / 03:10 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:07 PM IST

शाहजहांपुर, 11 नवंबर (भाषा) शाहजहांपुर जिले में पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो भारतीय सेना में फर्जी प्रमाण पत्रों के जरिये भर्ती कराने के बाद उनका पुलिस सत्यापन भी करा देता था। इस मामले में पुलिस ने एक सिपाही समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया हैl

पुलिस अधीक्षक एस आनंद ने बुधवार को मीडिया को बताया, ”उन्हें जानकारी मिली थी कि थाना बंडा क्षेत्र में एक ऐसा गिरोह काम कर रहा है जो मोटी रकम लेकर बाहरी लोगों को शाहजहांपुर का दिखा कर फर्जी प्रमाण पत्रों के सहारे भारतीय सेना में उनकी भर्ती कराता था और बाद में सेना में नौकरी लगने के बाद उनका पुलिस सत्यापन भी दो सिपाहियों की मदद से करा देता थाl”

उन्होंने बताया कि मामले में पुलिस अधीक्षक ग्रामीण अपर्णा गौतम को एक टीम बनाकर कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। पुलिस अधीक्षक के अनुसार इसके बाद पुलिस ने बंडा कस्बे से मेरठ निवासी सरगना सुरेश सोम तथा गाज़ियाबाद निवासी हुकुम सिंह, हरविंदर सिंह, हापुड़ निवासी मुकेश तथा बंडा थाने में तैनात सिपाही मनवीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया।

आनंद ने बताया कि गिरफ्तार सुरेश गिरोह का सरगना है तथा यह एक से पांच लाख तक रुपये लेकर फर्जी प्रमाण पत्र बनाता था। उन्‍होंने बताया कि सेना में भर्ती से पूर्व एक फार्म पर पुलिस रिकॉर्ड समेत तमाम दस्तावेज बना देता था और जब व्यक्ति सेना में भर्ती हो जाता था तो इसके बाद पुलिस सत्यापन भी यही सरगना सिपाही मनवीर के माध्यम से करा देता था। पूछताछ में आरोपी ने पुलिस को बताया कि सिपाही इसके लिए लगभग 50 हजार रुपये लेता था ।

आरोपी परमजीत तथा मुकेश ने अपने सगे भाइयों को इसी गिरोह के माध्यम से फर्जी दस्तावेज बनाकर सेना में भर्ती कराया हैंl

पुलिस ने आरोपियों के पास से विभिन्न थाना प्रभारियों, ग्राम प्रधानों समेत करीब 300 अधिकारियों की मुहर सहित तमाम दस्तावेज़ बरामद किए हैं। मामले में भारतीय सेना की खुफिया टीम ने भी आरोपियों से पूछताछ कीl

एस आनंद ने आरोपी सुरेश के हवाले से बताया कि उसने अब तक करीब तीन सौ लोगों को फर्जी प्रमाण पत्रों के सहारे सेना में भर्ती करा दिया है जो नौकरी कर रहे हैंl

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि एक जनवरी 2019 से अब तक जिले में जितने भी सत्यापन हुए हैं, उनका बड़ी ही बारीकी से पुनः सत्यापन कराया जा रहा हैl

भाषा सं आनन्‍द अविनाश

अविनाश