रायपुर। पूर्व सीएम रमन सिंह ने विधानसभा की कार्यवाही और स्थगन प्रस्ताव पर चर्चा न करने के सत्तापक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि सरकार की नीतियों की वजह से किसान आत्महत्या कर रहे हैं, किसानों को कई समस्यायों से जूझना पड़ रहा है, किसानों की खुदकुशी के मसले पर हम जवाब चाहते थे, मृतकों के परिजनों को 25 लाख मुआवजा और दोषियों पर कार्रवाई मुख्य मुद्दा था, लेकिन इस पर जवाब नहीं दिया गया, सरकार स्थगन पर चर्चा खुद टालना चाहती थी। विधानसभा के भीतर सबका अधिकार होता है।
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वहीं संसदीय कार्यमंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि प्रतिपक्ष की ऐसी दयनीय हालत नहीं देखी, छत्तीसगढ़ के किसानों से जुड़े मुद्दे को लेकर विपक्ष के स्थगन पर हमने हामी भरी लेकिन जब नाम पुकारा गया तब विपक्ष चर्चा से भागता रहा। उन्होंने कहा कि रमन सरकार में कितने किसानों को मुआवज़ा दिया गया, 15 सालों तक किसानों को धोखा देने वाले लोग सदन में चर्चा से भागते हैं।
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