जनता मांगे हिसाब के सफर की शुरुआत करते हैं छत्तीसगढ़ की भिलाई नगर विधानसभा से…प्रदेश की हाईप्रोफाइल सीटों में से एक है ये विधानसभा सीट..क्योंकि इसी सीट से विधायक हैं प्रेमप्रकाश पांडेय जोकि प्रदेश सरकार में मंत्री हैं…सियासी बिसात और मुद्दों से पहले एक नजर विधानसभा की प्रोफाइल पर.
दुर्ग जिले में आती है विधानसभा सीट
कुल मतदाता-1 लाख 49 हजार 779
पुरुष मतदाता-76 हजार 868
महिला मतदाता- 72 हजार 911
वर्तमान में विधानसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा
प्रेमप्रकाश पांडेय हैं बीजेपी विधायक
सियासत-
विधानसभा चुनाव में भले कुछ ही महीने बाकी हैं लेकिन चुनावी बिसात अभी से बिछना शुरु हो गई है…प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी के दौरे के बाद तो जैसे एक्टिव मूड में आ गई है बीजेपी और कांग्रेस..
कभी बीजेपी तो कभी कांग्रेस की जीत ऐसा सियासी इतिहास रहा है भिलाई नगर विधानसभा का..बीते चुनाव में बीजेपी के प्रेमप्रकाश पांडेय ने जीत दर्ज की थी…अब एक बार फिर चुनाव का काउंटडाउन शुरु हो गया है तो चुनावी बिसात भी बिछना शुरु हो गई है…प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भिलाई दौरे के बाद से जहां बीजेपी अपनी पकड़ मजबूत मान कर चल रही है तो वहीं राहुल गांधी के रोड शो के बाद से कांग्रेस एक्टिव मूड में दिखाई दे रही है…इस चुनावी हलचल के बीच टिकट की दावेदारी भी शुरु हो गई है..बात बीजेपी की करें तो एकमात्र दावेदार वर्तमान विधायक प्रेमप्रकाश पांडे हैं..वहीं कांग्रेस में दावेदारों की लिस्ट लंबी है…जिसमें भिलाई नगर निगम के महापौर देवेंद्र यादव का नाम से सबसे ऊपर है..इसके अलावा निर्मला यादव और सुभद्रा सिंह भी दावेदार हैं..इस बार के चुनावी मैदान में बीजेपी और कांग्रेस के साथ JCCJ और आम आदमी पार्टी भी होगी । लेकिन जीत का झंडा कौन लहराएगा ? ये तो तय चुनावी संग्राम में ही होगा ।
मुद्दे-
भिलाई नगर विधानसभा में विकास तो दिखाई देता है लेकिन सुविधाएं नजर नहीं आती…बढ़ता प्रदूषण भी एक बड़ी समस्या है । भिलाई नगर विधानसभा वादे और दावे तो किए गए लेकिन हालात नहीं बदले..आज भी इस विधानसभा में समस्याएं जस की तस हैं। जीई रोड के किनारे केनाल रोड का निर्माण किया जा रहा है.. जबकि मुख्य मार्ग से सटी सर्विस रोड अधूरी है…वहीं केनाल रोड के विस्थापन को लेकर लोग आक्रोशित हैं..औद्योगिक इलाका होने की वजह से प्रदूषण की मार भी झेल रहे हैं लोग..हवा से लेकर पानी तक प्रदूषित है..स्वच्छता के मामले में भी पिछड़ी नजर आती है ये विधानसभा..जगह-जगह कचरे का अंबार नजर आता है..शहर से खटाल हटाने के लिए गोकुल धाम बनाया गया लेकिन आज भी खटालें हट नहीं पाईं…बेरोजारी भी एक बड़ी समस्या है…कहने को तो बड़े-बड़े उद्योग हैं लेकिन स्थानीय लोगों को रोजगार मिल नहीं पा रहा है ।
वेब डेस्क, IBC24