IBC24 की चौपाल में पोहरी की जनता ने रखी अपनी बात

IBC24 की चौपाल में पोहरी की जनता ने रखी अपनी बात

  •  
  • Publish Date - July 19, 2018 / 11:06 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:55 PM IST

अब बात मध्यप्रदेश की पोहरी विधानसभा की..चुनावी समीकरण और मुद्दों से पहले एक नजर विधानसभा की प्रोफाइल पर..

शिवपुरी जिले में आती है विधानसभा सीट

कुल जनसंख्या करीब 3 लाख

कुल मतदाता- 2 लाख 19 हजार

पुरुष मतदाता-1 लाख 18 हजार 260

महिला मतदाता-1 लाख 740

वर्तमान में विधानसभा सीट पर बीजेपी का कब्जा

प्रहलाद भारती हैं बीजेपी विधायक

सियासत-

पोहरी विधानसभा में बीजेपी के प्रहलाद भारती लगातार दो बार से चुनाव में जीत दर्ज करते आ रहे हैं…इसके पहले विधानसभा का इतिहास रहा है कि कोई भी विधायक लगातार दो बार चुनाव नहीं जीत सका है..

पोहरी विधानसभा में 2008 और 2013 के चुनावों में कमल खिलता आ रहा है..जबकि कांग्रेस के हाथ खाली हैं..लेकिन इस बार कांग्रेस, बीजेपी के इस किले में सेंध लगाने की कोशिश में है..तो वहीं बीजेपी जीत की हैट्रिक लगाने की तैयारी में जुट गई है..इसके साथ ही विधायक की टिकट की रेस भी शुरु हो गई है…बात बीजेपी की करें तो वर्तमान विधायक प्रहलाद भारती सबसे प्रबल दावेदार हैं…क्योंकि बीते दो चुनाव से प्रहलाद भारती जीत दर्ज करते आ रहे हैं..इसके अलावा पूर्व विधायक नरेंद्र बिरथरे और पूर्व विधायक रणवीर सिंह रावत भी दावेदार हैं..अब बात कांग्रेस की करें तो पूर्व विधायक हरिवल्लभ शुक्ला टिकट की दौड़ में सबसे आगे हैं..तो वहीं सुरेश रांठखेड़ा, विनोद धाकड़ और प्रधुम्र वर्मा भी दावेदारों में शामिल हैं।

मुद्दे-

पोहरी विधानसभा में सुविधाओं का तो अभाव है ही..अपराध का बढ़ता ग्राफ भी एक बड़ी समस्या हैं..अवैध शराब की ब्रिक्री से भी जनता परेशान है ।

पोहरी विधानसभा शिक्षा,स्वास्थ्य और रोजगार तीनों ही मोर्चों पर फेल नजर आती है..स्कूली और उच्च शिक्षा बदहाल है..स्कूलों में शिक्षकों की कमी है.. तो उच्च शिक्षा के लिए कोई बड़े शिक्षण संस्थान नहीं हैं…शिक्षा की तरह ही स्वास्थ्य सुविधाओं का हाल है…अस्पतालों में ना संसाधन हैं और ना ही डॉक्टर.. बेरोजगारी भी एक बड़ी समस्या है…क्योंकि रोजगार के साधन हैं नहीं,नतीजा पलायन के लिए मजबूर हैं लोग…विधानसभा में पेयजल संकट से भी जूझ रही है जनता..इसके अलावा बढ़ते ट्रैफिक से भी लोग परेशान हैं…इन सब समस्याओं के बीच अन्नदाता भी संकटों से घिरा नजर आता है..कृषि मंडी में किसानों को उपज का सही दाम मिल नहीं पा रहा है..तो वहीं भावांतार योजना को लेकर भी किसान आक्रोशित हैं क्योंकि किसानों को समय पर राशि नहीं मिल पा रही है ।

 

 

वेब डेस्क, IBC24