सूखे का जायजा लेने छत्तीसगढ़ आई दस सदस्यीय केंद्रीय टीम 7 जिलों का जायजा लेकर वापस दिल्ली लौट गई. टीम के चीफ ने माना की 90 प्रतिशत से ज्यादा सूखे के हालात हैं. अधिकतम राहत दिलाने के लिए पॉजिटिव रिपोर्ट देने का भरोसा दिया है..
इससे पहले टीम ने बुधवार को राजनांदगांव और महासमुंद जिले का दौरा किया। तीन सदस्यों की एक टीम राजनांदगांव जिले के छुरिया इलाके के गांव घोघरेखार और बजरंगपुर पहुंची।
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किसानों से सूखे के हालात को लेकर चर्चा करने के साथ टीम के सदस्यों ने खेत जाकर वस्तुस्थिति भी देखी। किसानों ने बताया कि फसल इतनी बुरी तरह तबाह हुई है कि मवेशियों को भी चारा के लिए भटकना पड़ रहा है। इधर, महासमुंद जिले के सेनकपाट, मोहकम और जोबा गांव पहुंची एक अन्य टीम ने गांव के लोगों से अवर्षा की स्थिति और इससे फसलों को हुए नुकसान को लेकर बातचीत की।
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किसानों ने सर्वे करने आई टीम को खेतों में बीज, जुताई, खाद और दवा में किए गए खर्च और इससे होने वाले नुकसान को लेकर डिटेल में जानकारी दी। केंद्रीय टीम ने खेतों में जाकर फसलों की स्थिति देखी और रिपोर्ट तैयार किया। इसी तरह धमतरी जिले के मगरलोड और नगरी इलाके में केंद्रीय टीम के तीन सदस्य पहुंचे। किसानों से फसलों को हुए नुकसान को लेकर बातचीत करने के बाद उन्होंने वास्तविक स्थिति का जायजा लिया।
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इस मौके पर टीम के साथ कलेक्टर और जिला प्रशासन के साथ कृषि विभाग के अफसर भी थे। आपको बता दें कि 23 नवंबर तक केंद्रीय टीम छत्तीसगढ़ के दुर्ग, बेमेतरा, राजनांदगांव, धमतरी, बलौदाबाजार और महासमुंद जिले का दौरा कर रही है।
इस दौरान यहां के हालात की रिपोर्ट बनाकर वो केंद्र सरकार को सौंपेगी। इसी रिपोर्ट के आधार पर छत्तीसगढ़ को मिलने वाली राहत राशि पैकेज तय होगी।
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वेब डेस्क, IBC24