मध्य प्रदेश विधानसभा के मॉनसून सत्र की शुरुआत में ही सरकार अपनों के निशाने पर है.. बाबूलाल गौर ने सदन में भोपाल-इंदौर में मेट्रो की लेटलतीफी का मामला उठाते हुए कहा कि सरकार इस पर गंभीर नहीं है..अधूरे मन से काम पूरा नहीं होता..इस पर सरकार की सफाई आई कि एडीबी और एनडीबी से लोन तय हो गया है.. मंत्री माया सिंह ने सदन में ऐलान किया कि 2018 में मेट्रो का काम शुरू हो जाएगा। इस मामले में गौर ने मीडिया के सामने कुछ भी कहने से इंकार कर दिया।
उधर, शून्यकाल में कांग्रेस ने मूंग खरीदी नहीं होने का मामला उठाते हुए जमकर हंगामा किया.. कांग्रेसियों ने गर्भगृह में नारेबाजी की.. जिससे कई बार सदन की कार्यवाही बाधित भी हुई.. वहीं, ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान कर्जमाफी के मामले में कांग्रेस ने हंगामा कर वॉकआउट कर दिया।
वहीं, प्रश्नकाल के दौरान कांग्रेस विधायक हरदीप डंग ने कपिलधारा कुओं के निर्माण में भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया.. तो भाजपा विधायक अनिल फिरोजिया ने उज्जैन में स्ट्रीट लाइट लगाने में घोटाले की बात उठाई.. जिस पर नगरीय प्रशासन मंत्री माया सिंह ने तत्कालीन सब इंजीनियर को सस्पेंड करने का ऐलान सदन में कर दिया।