बलरामपुर। छत्तीसगढ़ के बलरामपुर से माओवादियों ने सब इंजीनियर और ठेकेदार के कर्मचारी को रिहा कर दिया है। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों सीआरपीएफ कैम्प में सकुशल वापस आ गए हैं। दोनों से पुलिस पूछताछ कर रही है। नक्सलियों ने 28 अप्रैल को तीन लोगों को अगुवा किया था। इसके पहले एक मुंशी की रिहाई हो चुकी है। सब इंजीनियार की पत्नी ने पति की बीमारी का हवाला देते हुए रिहाई की मांग की मांग की थी।
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उल्लेखनीय है कि नक्सलियों ने ठेकेदार के दो मुंशी व पीएमजीएसवाई के एक सब-इंजीनियर को अगवा कर अपने साथ ले गए। पीएमजीएसवाई द्वारा झारखंड बॉर्डर पर बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के सामरी थाना क्षेत्र अंतर्गत सबाग से चुनचुना-पुंदाग तक सड़क का निर्माण कार्य कराया जा रहा है। 28 अप्रैल शनिवार की सुबह लगभग 30-40 की संख्या में वर्दीधारी हथियारबंद माओवादी बंदरचुआं के आगे बूढ़ाआम्बा नामक स्थान पर पहुंचे और सड़क का काम बंद करा दिया। माओवादियों ने सबसे पहले ठेकेदार के दो मुंशी राजू गुप्ता व शंकर बिहारी तथा पीएमजीएसवाई के सब-इंजीनियर पेतरूस डूंगडूंग को अपने कब्जे में ले लिया।
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सड़क निर्माण कार्य में लगी तीन हाइवा, एक जेसीबी व एक रोलर को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान माओवादियों ने एक हाइवा चालक के साथ भी मारपीट की। इसमें से एक कर्मचारी राजू गुप्ता को माओवादियों ने छोड़ दिया था।
वेब डेस्क, IBC24