शह मात The Big Debate: खिंची आरोपों की तलवार, कौन है झीरम के गुनहगार? क्या केंद्र के हाथों झीरम हमले से जुड़ा कोई सुराग हाथ लगा है?

Jhiram Attack: खिंची आरोपों की तलवार, कौन है झीरम के गुनहगार? क्या केंद्र के हाथों झीरम हमले से जुड़ा कोई सुराग हाथ लगा है?

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  • Publish Date - December 23, 2025 / 12:08 AM IST,
    Updated On - December 23, 2025 / 12:09 AM IST

Jhiram Attack

HIGHLIGHTS
  • झीरम घाटी हमला एक दशक बाद भी रहस्य बना हुआ है
  • भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया
  • कांग्रेस ने पलटवार कर भाजपा को जिम्मेदार ठहराया

रायपुर: Jhiram Attack झीरम कांड की झकझोरने वाली यादें प्रदेश की स्मृति से मिटी नहीं, लेकिन इस भीषण हमले का सच भी उजागर नहीं हो पाया। थ्योरी कई आईं, आरोप कई लगे। साजिशों की कई कहानियां उभरीं और लोप हो गईं। पर पूरा सच असली कहानी और असली चेहरों पर अब भी पर्दा पड़ा हुआ है। इसी बीच नड्डा के सीधे आरोप ने सियासी दंगल में झीरम की फिर एंट्री करा दी है।

Jhiram Attack तो आपने सुना भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को जिन्होने आज जांजगीर में जनादेश परब सम्मेलन में अपने संबोधन के दौरान विपक्ष पर बड़ा आरोप लगाया। मंच से जेपी नड्डा में ये बताने से नहीं चुके कि झीरम घटना में कांग्रेस के बीच के लोग ही सूचना दे रहे थे। नड्डा ने झीरम के बहाने कांग्रेस पर आरोपों के बाण चलाए तो PCC चीफ दीपक बैज ने मोर्चा संभाला और पलटवार किया कि BJP सरकार की नाकामी छिपाने बयान दिया गया है जबकि सच्चाई तो ये है कि बीजेपी ने झीरम की साजिश रची थी।

झीरम की घटना को एक दशक से ज्यादा समय हो गए हैं। लेकिन आज तक इसके किसी गुनहगार को कोई सजा नहीं हुई और ना ही स्पष्ट हो पाया कि ये घटना महज नक्सली या कोई राजनीतिक षड्यंत्र का हिस्सा था। ऐसे में जब बस्तर में नक्सलवाद के खात्मे की डेडलाइन करीब आ रही है तब झीरम कांड की थ्योरी भी सामने आनी चाहिए कि आखिर इस घटना के पीछे कौन था। तभी बार-बार झीरम का ‘जिन्न’ जो राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के रूप में बाहर है। उसपर सदा के लिए रोक लग जाए।

झीरम घाटी हमला कब हुआ था?

यह घटना मई 2013 में हुई थी।

इस हमले में कौन-कौन मारे गए थे?

कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता, जिनमें महेंद्र कर्मा और नंदकुमार पटेल शामिल थे।

क्या झीरम कांड की जांच पूरी हुई है?

जांच कई स्तरों पर हुई, लेकिन अब तक किसी गुनहगार को सजा नहीं मिली।