रायपुर। छत्तीसगढ़ में नर्सों का आंदोलन शनिवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। वे समान प्रशिक्षण, 46 सौ ग्रेड पे नर्सिंग अलाउंस, इंक्रिमेंट और नर्सिंग अफसर पदनाम समेत अन्य मांगों को लेकर बड़े आंदोलन की तैयारी में हैं। उधर, हड़ताल से सरकारी अस्पतालों का बुरा हाल है। मरीजों के ऑपरेशन तक टाले जा रहे हैं।
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आपको यह भी बता दें कि छत्तीसगढ़ परिचारिका कर्मचारी कल्याण संघ के बैनर तले नर्स हड़ताल पर हैं। संघ ने मांगे पूरी नहीं होने तक आंदोलन करने का फैसला किया है। इतना ही नहीं धरना स्थल पर आने वाले नर्सों के लिए भोजन की व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए धरना स्थल के पास ही अस्थाई किचन भी तैयार कर लिया गया है। उधर नर्सों के हड़ताल पर जाने से शासकीय अस्पतालों में भी व्यवस्था चरमरा गई है।छत्तीसगढ़ परिचारिका कर्मचारी कल्याण संघ की महासचिव रुक्मणी धर दीवान का कहना है कि हमारी 9 मांगों मे से प्रमुख दो मांगे है। इसके लिए हम तीन साल से लड़ाई लड रहे हैं। आंदोलन के संबंध में एक महीने पहले विभाग को सूचित कर दिया गया था। बावजूद इसके ध्यान नहीं दिया गया। ऐसे में आपात चिकित्सा हो और ओटी की व्यवस्था सरकार जिम्मेदारी है।
वेब डेस्क IBC24