‘बीजापुर मुठभेड़ में जबरन माओवादी बताकर मारा गया’, परिजनों और ग्रामीणों के आरोपों को पुलिस ने बताया गलत

'बीजापुर मुठभेड़ में जबरन माओवादी बताकर मारा गया', परिजनों और ग्रामीणों के आरोपों को पुलिस ने बताया गलत

‘बीजापुर मुठभेड़ में जबरन माओवादी बताकर मारा गया’, परिजनों और ग्रामीणों के आरोपों को पुलिस ने बताया गलत
Modified Date: November 29, 2022 / 07:47 pm IST
Published Date: October 18, 2020 7:17 am IST

बीजापुर, छत्तीसगढ़। बीजापुर एनकाउंटर में मारे गए माओवादी के परिजनों ने इसे फर्जी बताया है। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने जबरन माओवादी बताकर हत्या की है।

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वहीं ग्रामीणों के आरोपों को बस्तर आईजी पी सुंदरराज ने बेबुनियाद बताया है। उनके मुताबिक नक्सलियों के दबाव में आकर परिजन और ग्रामीण पुलिस पर ऐसे आरोप लगा रहे हैं।

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बता दें 16 अक्टूबर को बासागुड़ा थाना इलाके के अउटपल्ली-कोरसागुडा के जंगलों में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। एनकाउंटर में पुलिस ने एक नक्सली को मार गिराया था। पुलिस के मुताबिक मारा गया माओवादी विकेश हेमला संगठन में काफी समय से सक्रिय था। 

 

 


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