रायपुर। राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र माने जाने वाले पहाड़ी कोरवा आदिवासी रायपुर के एक निजी अस्पताल में पिछले 15 दिनों से बंधक बने हुए हैं। जशपुर का एक पहाड़ी कोरवा सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था जिसे इलाज के लिए रायपुर रेफर किया गया था। यहां उसका इलाज एक निजी अस्पताल में हुआ, जिसके बाद अस्पताल के पैसे नही चुकाने की वजह से पहाड़ी कोरवा और उसकी बहू पिछले 15 दिनों से अस्पताल में बंधक बने हुए हैं।
जशपुर जिले के बगीचा विकासखण्ड के लमदरहा निवासी पहाड़ी कोरवा पंचराम उर्फ कन्हैया पिछले महीने सड़क दुर्घटना में घायल हो गया था। उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए इलाज कर लिए रायपुर रेफर किया गया था। रायपुर में उसका इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा था, इलाज के बाद जब पंचराम ठीक हो गया तो अस्पताल प्रबंधन ने उसे 3 लाख 50 हजार रुपए का भारी-भरकम बिल थमा दिया।
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इतने भारी भरकम बिल को देखकर गरीब पहाड़ी कोरवा परिवार परेशान हो गया। आनन-फानन में पंचराम के बेटों ने अपनी दस एकड़ जमीन पड़ोस के गांव के एक व्यक्ति के पास महज 75 हजार में गिरवी रख दिया। लेकिन अभी भी 2 लाख पचहत्तर हजार रुपये अस्पताल को देने हैं। इस वजह से अस्पताल प्रबंधन ने पंचराम और उसकी बहू को पिछले 15 दिनों से बंधक बनाकर अस्पताल में ही रखा हुआ है। अब इस गरीब पहाड़ी कोरवाओं के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है, क्योंकि रोज मजदूरी कर अपना जीवन यापन करने वाले पहाड़ी कोरवाओं के लिए लाखों का इंतजाम कर पाना नामुमकिन है। इसलिए उन्होंने अब इस मामले में प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।