बीजेपी की लिस्ट के बाद खड़े हुए सवाल, पूर्व अध्यक्ष और पत्नी दोनों को टिकट देने पर फिर से हो रहा विचार

बीजेपी की लिस्ट के बाद खड़े हुए सवाल, पूर्व अध्यक्ष और पत्नी दोनों को टिकट देने पर फिर से हो रहा विचार

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  • Publish Date - December 2, 2019 / 09:22 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:03 PM IST

मनेन्द्रगढ़। कोरिया जिले में बीजेपी ने चार नगरीय निकाय में अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। बीजेपी द्वारा घोषित सूची में मनेंद्रगढ़ नगर पालिका के प्रत्याशियों की घोषणा भी की गई है, जहां बीजेपी की लिस्ट के बाद कई सवाल खड़े हो गए हैं। क्योंकि बीजेपी ने यहां पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष के साथ ही उनकी पत्नी को भी टिकट दिया है, जिससे कार्यकर्ता खासे नाराज हो गए हैं।

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मनेन्द्रगढ़ नगरपालिका के पूर्व अध्यक्ष धर्मेंद्र पटवा को वार्ड नंबर 14 से और उनकी पत्नी प्रतिमा पटवा को वार्ड नंबर 16 से टिकट दिया गया है। इस प्रकार दो अलग अलग वार्डो से टिकट दे दी गई है। सूत्रों के अनुसार कार्यकर्ताओं की नाराजगी और आक्रोश के बाद अब पति—पत्नी को टिकट देने के मामले में फिर से विचार हो रहा है। इसके लिए भाजपा के बड़े नेता मनेन्द्रगढ़ में जमा हुए हैं। सूत्र की माने तो इस बात की जानकारी संभागीय समिति को भेजी गई है।

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मनेंद्रगढ़ में अब यह भी सवाल उठने लगे हैं कि क्या बीेजेपी को इन दोनों वार्डों से कोई प्रत्याशी नही मिला जिससे पति पत्नी दोनों को टिकट दिया गया? इन दोनों ही वार्डों में ये बाहरी प्रत्याशी हैं, जिनका वार्ड में नाम तक नही है। क्या इन वार्ड में पार्टी के पास कोई योग्य प्रत्याशी नही मिला? इसके पहले कभी भी पूर्व अध्यक्ष ने अपने वार्ड से पार्षद तक नही जिता पाए। एक ही व्यक्ति पर पार्टी की मेहरबानी से कार्यकर्ताओं में काफी आक्रोश है। शहर मे बीजेपी के वंशवाद पर सवाल भी खड़े हो रहे हैं।

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बता दें कि धर्मेंद्र पटवा को पहली बार 2009 में मनेंद्रगढ़ नगरपालिका में प्रत्यक्ष प्रणाली से अध्यक्ष चुना गया था, इसके पहले धर्मेंद्र पटवा का भाजपा से कोई लेना देना नही था, इस दौरान भी कई पुराने भाजपा नेताओं के हितों पर कुठाराघात किया गया था, लेकिन पार्टी के हित के लिए कार्यकर्ताओं ने मिलकर चुनाव लड़ा और जीत हाथ लगी। इसके बाद फिर से 2014 में पार्टी ने धर्मेंद्र पटवा को उम्मीदवार बनाया लेकिन इस बार कार्यकर्ताओं को यह बात रास नही आयी और वे कांग्रेस प्रत्याशी राजकुमार केशरवानी से हार गए।

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